संभागवार ग्रेडिंग में एक भी संभाग को ए ग्रेड नहीं मिला। १० में से जबलपुर, इंदौर व होशंगाबाद बी-ग्रेड में हैं, बाकी सात संभाग सी-ग्रेड में हैं। इसमें भोपाल व ग्वालियर संभाग भी शामिल हैं। जिले में दो जिले ए-ग्रेड, २१ जिले बी-ग्रेड और २७ जिले सी-ग्रेड और एक जिला पन्ना इससे भी बाहर डी-ग्रेड में आया है। पन्ना को प्रदेश में सबसे कम २९.२८ फीसदी अंक मिले। ए-ग्रेड के ६० फीसदी से ज्यादा अंक वाले खंडवा और बड़वानी जिले हैं। सबसे ज्यादा खंडवा को ६२.०२ फीसदी अंक मिले। इंदौर-भोपाल जैसे शहरों को छोड़कर खंडवा और बड़वानी जिले सबसे अव्वल ए-ग्रेड में आए हैं।
२८ सूचकांक पर ग्रेडिंग
यह ग्रेडिंग २८ सूचकांक पर की गई है। इसमें कुपोषण, मध्याह्न भोजन, अक्षर-ज्ञान, आगनबाड़ी संचालन, नामांकन, निरीक्षण सहित अन्य योजनाओं पर मार्किंग की गई है।
९६ हजार आगनबाडि़यां ग्रेडिंग प्रक्रिया में शामिल
०२ जिले ए-ग्रेड में खंडवा और बड़वानी
६२.०२ फीसदी सबसे ज्यादा अंक खंडवा के
२१ जिले बी-ग्रेड में प्रदेश के
२७ जिले सी-ग्रेड में प्रदेश के
०१ जिला सबसे खराब डी-ग्रेड में आया
२९.२८ प्रतिशत सबसे कम पन्ना जिले के अंक