भोपाल। नोटबंदी के बीच मध्यप्रदेश में शनिवार को होने जा रहे चुनाव सभी के लिए जिज्ञासा का विषय बन गए हैं। दरअसल नोटबंदी के बाद नेपानगर और शहडोल में ये भाजपा के लिए पहली परीक्षा भी होगी।
शहडोल लोकसभा (अजजा) और नेपानगर विधानसभा (अजजा) के उप चुनाव के लिए मतदान शनिवार सुबह शुरू हो जाएगा। सुबह 7 बजे से 5 बजे तक वोट डाले जाएंगे। प्रशासन ने भी पूरी तैयारी कर ली है, वहीं सुरक्षा के भी इंतजाम किए हैं। पिछले अनुभवों को देखते हुए इस बार कालाधन नहीं बंट पाएगा। कई पार्टियां ‘वोट के बदले नोट’ नहीं दे पाएंगी।
स्याही के फेर में उलझे मतदाता
इस बार नोट बदलवाने के लिए भी उंगली में स्याही लगाई जा रही है। ऐसे मतदाता जिन्होंने हाल ही में बैंकों से नोट बदलवाए हैं उनकी उंगली में स्याही लगाई गई है। ऐसे मतदाता अपने क्षेत्रों में मतदान करने जाएंगे तो उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
नहीं आएगी दिक्कत
दोनों ही निर्वाचन क्षेत्र में 19 नवम्बर तक पुराने नोट बदलवाने वाले लोगों की उंगली में स्याही नहीं लगाने की व्यवस्था की गई थी। क्योंकि मतदान के बाद भी वैसी ही स्याही मतदाता की उंगली पर लगाई जाती है।
शहडोलः 41 हजार से अधिक मतदाता बढ़े
शहडोल में संसद सद्स्य के मतदान में 16 लाख 787 वोट डालेंगे। इनमें 8 लाख 25 हजार 873 पुरुष, 7 लाख 78 हजार 489 महिला और 25 थर्ड जेंडर वोट डालेंगे। इस बार 41 हजार 750 युवा मतदाता भी वोट डालेंगे।
शहडोलः 17 उम्मीदवार मैदान में
शहडोल लोकसभा सीट के लिए 8 विधानसभा क्षेत्र में मतदान शनिवार को होगा, जिसमें 3 अनूपपुर, 2-2 शहडोल, उमरिया और कटनी जिले का एक विधानसभा क्षेत्र शामिल है। यहां 17 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें 9 निर्दलीय हैं।
नेपानगरः चार उम्मीदवार हैं मैदान में
नेपानगर विधानसभा के उप चुनाव में 4 उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं। यहां 2 लाख 30 हजार 420 मतदाता वोट डालेंगे। इनमें 1 लाख 18 हजार 659 पुरुष, एक लाख 11 हजार 744 महिला और 17 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। इस बार 3046 नए युवा मतदाता जुड़े हैं।