भाजपा विधायक प्रहलाद लोधी की विधानसभा से सदस्यता बहाल करने की मांग को लेकर प्रदेश में राजनीति गर्माई हुई है। कांग्रेस सरकार की तरफ से जहां एक तरफ लोधी की सदस्यता को रद्द करने को सही ठहराया जा रहा है, वहीं प्रमुख विपक्षी दल भाजपा इसे असंवैधानिक बता रहा है। विपक्ष का कहना है कि हाल ही में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के आदेश के तहत लोधी की सदस्यता को बहाल करना चाहिए।
गोपाल भार्गव ने दी चेतावनी
इससे पहले गुरुवार को गोपाल भार्गव ने कहा था कि इस संबंध में वे विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति और राज्यपाल लालजी टंडन से शुक्रवार को मुलाकात करने वाले हैं। उन्होंने चेतावनी भी दी कि यदि हाईकोर्ट के आदेश का पालन कर लोधी के अधिकार बहाल नहीं किए जाते हैं तो भारतीय जनता पार्टी के 108 विधायक विधानसभा के दरवाजे बंद कर देंगे।
और क्या बोले भार्गव
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने मीडिया से कहा कि जो अधिकार राज्यपाल का है, उस आधार पर स्पीकर प्रहलाद लोधी के साथ अन्याय कर रहे हैं। ये पूर्ण रूप से राजनीतिक लाभ पहुंचाने का मामला है।
सभी विधायक मेरे लिए एक समान
उधर, गोपाल भार्गव से मुलकात के बाद विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति का भी बयान आया है। प्रजापति ने कहा कि सभी विधायक मेरे लिए एक समान है। मेरे ऊपर आरोप लगाने से मैं दुखी हूं।