दरअसल, गृह मंत्री का दौरा सियासी तौर पर जनजातीय वोट बैंक के लिहाज मे अहम माना जा रहा है। इसलिए उनके कार्यक्रम में तीन हजार जनजातीय जनप्रतिनिधि जुटेंगे, लेकिन शाह की सियामी ताकत के चलते प्रदेश संगठन में समीकरणों पर असर आना है। संगठन में आगे के काम की लाइन भी शाह के दौरे से तय होगी।
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इसी सिलसिले में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने गुरुवार को जबलपुर पहुंचकर गृह मंत्री के दौरे से संबंधित तैयारियों को देखा है। संगठन कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है, क्योंकि इसे आदिवासी वोट बैंक के लिहाज से चुनावी शखनाद की तरह देखा जा रहा है।
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सत्ता के स्तर पर तैयारी
दूसरी ओर सरकार के सरकार के स्तर पर भी शाह के दौरे को लेकर पूरी तैयारी हो गई है। सरकार ने आधा दर्जन से ज्यादा विभागों को इसके इंतजाम में लगा रखा है! तीन हजार जनजातीय प्रतिनिधियों को कार्यक्रम में जाने से लेकर वापसी तक के इंतजाम विभागों को दिए गए हैं।
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सुरक्षा व्यवस्था
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सुरक्षा में 02 हजार पुलिस अधिकारी और जवान तैनात रहेंगे। सुरक्षा के लिहाज से 1500 पुलिस अफसर और जवान पुलिस मुख्यालय से मांगे हैं, साथ ही सुरक्षा के लिए बुलेट्पूफ वाहन भी मौजूद होगा। वही 22 से अधिक कमांडो पूरे समय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सुरक्षा में रहेंगे।