उत्तर-पूर्व से आ रहीं सर्द हवाओं के कारण ठंड जोर पकड़ने लगी है। वहीं, दिन और रात के तापमान में अंतर भी दिखाई देने लगा है। दिल्ली और उत्तर भारत में पड़ रहे कोहरे का असर यातायात पर भी दिखाई देने लगा है। कोहरे के कारण ट्रेन और फ्लाइट के समय में भी फर्क पड़ा है।
मौसम विभाग के अनुसार, 11 दिसंबर के आसपास पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में मध्यम बारिश/हिमपात की संभावना है। 12 से 18 दिसंबर के दौरान मध्य प्रदेश में सामान्य या सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना है। 11-14 दिसंबर के दौरान मध्य प्रदेश के उत्तरी भागों में अति सक्रिय WD(वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) से प्रभावित होने की संभावना है। जिस कारण मध्य प्रदेश में अनेक स्थानों पर वर्षा हो सकती है। चक्रवाती तूफान पवन दक्षिण-पश्चिम की ओर सोमालिया तट की ओर बढ़ने और धीरे-धीरे कमजोर होने की संभावना है।
इसके अलावा पूरे मध्य प्रदेश में 7 से 11 दिसंबर के दौरान न्यूनतम तापमान सामान्य से 2-5 डिग्री सेल्सियस से कम होने की संभावना है पर पश्चिमी भागों में जहां, न्यूनतम तापमान सामान्य से 1-3 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने की संभावना है। 12 से 18 दिसंबर के दौरान न्यूनतम तापमान मध्य प्रदेश में सामान्य से 1-3 डिग्री सेल्सियस से सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है।
मध्य प्रदेश का मौसम पूर्वानुमान
सम्पूर्ण उत्तर-पश्चिमी मैदानी भागों में उत्तर-पश्चिमी हवाएं बह रहीं हैं। भारत के उत्तर पश्चिमी मैदानी भागों में शुष्क मौसम बना हुआ है। अब तक, मुख्य रूप से उत्तर पश्चिमी हवाएं चल रहीं थी जो मुख्यतः ठंडी और शुष्क होती हैं। निचले स्तरों में हवाओं का चक्रवात बना हुआ है, जिसके चलते पश्चिम उत्तर प्रदेश पर हवाएं दक्षिण दिशा से आ रहीं हैं। मध्य प्रदेश निचले स्तर पर पूर्वोत्तर हवाएं चल रही हैं। मध्य प्रदेश में आगामी 11 दिसंबर तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है एवं आगामी 2 से 3 दिनों के दौरान प्रदेश के न्यूनतम तापमानों में विशष परिवर्तन की संभावना नहीं है।
इन इलाकों में पड़ सकता है कोहरा
इस दौरान ग्वालियर, चम्बल, सागर, रीवा एवं शहडोल संभाग में एवं हल्का से घना कोहरा देखने को मिल सकता है। भोपाल, होशंगाबाद, जबलपुर में भी सुबह के समय हल्के से मध्यम कोहरा छाने की संभावना है। आज सुबह, उत्तर पश्चिमी मैदानी इलाकों के अधिकांश हिस्सों में कई इलाकों में मध्यम से घना कोहरा देखा गया।