इस सप्ताह की शुरुआत में मुंबई की एक महिला में XE वैरिएंट होने की सूचना मिली थी। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसका खंडन कर दिया था पर इससे लोग डर गए। इस बीच, गुजरात में एक व्यक्ति के XE वैरिएंट से संक्रमित होने की जानकारी मिली। राज्य में XM वैरिएंट के एक मामले का भी पता चला है। महाराष्ट्र और गुजरात से प्रदेश के आधा दर्जन जिले सीधे तौर पर जुडे होने से यहां खतरा बढ़ गया है। बुरी बात यह है कि महाराष्ट्र में डेली पॉजीटिविटी रेट तेजी से बढ़ रहा है।
महाराष्ट्र में रोज मिलनेवाले मरीजों की बढ़ती संख्या और गुजरात में नए वेरिएंट के संक्रमण को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार सतर्क हो गई है। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार हालात पर गहराई से नजर रखने के साथ ही स्थिति की गंभीरता से समीक्षा भी कर रही है. हालांकि अभी कोविड-19 को लेकर कोई नया कदम उठाने की जरूरत नहीं लग रही। प्रदेश में अभी तक कुल 9 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इधर कोरोना के नए वैरिएंट्स के खतरे के बीच सरकार ने 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन का तीसरा डोज लगाने का ऐलान किया है। इनसे बचने के उपाय के तौर पर तीसरा डोज लगाया जा रहा है।
यह प्रिकॉशन डोज हेल्थ वर्कर्स ओर 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को मुफ्त में लगाया जाएगा, जबकि बाकी वयस्कों को इसके लिए भुगतान करना होगा। यह डोज प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर्स पर लगाया जाएगा। वेक्सीन का यह डोज सिर्फ उन्हीं लोगों को लगाया जाएगा जिनकी उम्र 18 साल से अधिक है और जिन्होंने दूसरा डोज 9 महीने या उससे पहले लगवाया था।