दृश्यपर्व होता है ग्रहण, जहां दिखता है वहीं होता है असर
पं. रामनारायण आचार्य का कहना है कि ग्रहण दृश्य पर्व होता है। यह जहां दिखाई देता है, वहीं पर इसका सूतक और असर माना जाता है। ग्रहण एक संक्रमण और संकट का काल होता है। इसलिए इसका सूतक माना जाता है। 2024 में भारत में कोई ग्रहण दिखाई नहीं देंगे, सिर्फ विदेशों में ही ग्रहण रहेंगे, ऐसे में इसका कोई भी असर हमारे यहां नहीं होगा, न ही ग्रहण का सूतक आदि मान्य किया जाएगा।
अगले साल ऐसी रहेगी ग्रहण की िस्थति कहां दिखेंगे – खग्रास सूर्य ग्रहण- 8 अप्रेल को ग्रहण उत्तर अमरिका, कनाडा, मेक्सिको, क्यूबा आदि देशों में दिखेगा। भारत में प्रभाव नहीं
– खंडग्रास चंद्रग्रहण- 18 नवंबर को पड़ने वाला यह ग्रहण कनाडा, रूस के उत्तरी हिससे,फ्रांस, दक्षिण पश्चिम एशिया, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका आदि स्थानों पर दिखेगा