सवाल एक-दूसरे से मिलते हुए नहीं होंगे। इसका निर्धारण नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा किया गया है। एनटीए ने अपनी वेबसाइट पर इसे अपडेट भी कर दिया है कि अगले सत्र से सभी एग्जाम ऑनलाइन होंगे। साथ ही इन परीक्षाओं के लिए एग्जाम पेपर एक सॉफ्टवेयर की मदद से बनाए जाएंगे। इसमें सभी रेंडम क्वेश्चन होंगे और हर कैडिडेंट के लिए अलग-अलग क्वेश्चन पेपर तैयार होंगे।
एक्सपर्ट बताते हैं कि यह सिस्टम स्टूडेंट्स के लिए काफी अच्छा है, इससे यह फायदा होगा कि एक तो नकल की संभावना नहीं रहेगी और स्टूडेंट्स के डाउट होने की स्थिति में अपने आंसर को फिर से रि-टिक कर सकते हंै। इसके अलावा यदि स्टूडेंट्स को एग्जाम डेट सूट नहीं करती तो वे निर्धारित तारीखों में से कोई अन्य डेट चुन सकते हैं। अगर स्टूडेंट्स एग्जाम के माक्र्स से संतुष्ट नहीं हैं तो वे अगले तीन माह में होने वाले एग्जाम में बैठ सकते हैं। ये उनके स्कोरिंग माक्र्स के लिए अच्छा होगा।
वन क्लिक पर रिव्यू क्वेश्चन होंगे डिस्प्ले
स्टूडेंट्स एग्जाम के दौरान कुछ क्वेश्चन को छोड़ देते हैं या फिर उन्हें बाद में करना चाहते हैं इसके अलावा यदि स्टूडेंट्स उन्हें रिव्यू मार्क में डाल देते हैं, तो बाद में जब वे उन क्वेश्चन को सॉल्व करना चाहे तो वे एक क्लिक पर रिव्यू मार्क वाले क्वेश्चन को डिस्प्ले पर ला सकते हैं।
कम्प्यूटर आधारित अडॉप्टिव टेस्टिंग
स्टूडेंट्स से कम्प्यूटर आधारित अडॉप्टिव टेस्टिंग में पिछले जवाबों के मुताबिक अगला क्वेश्चन कठिन या आसान होता है इसका निर्धारण किया जाएगा। जैसे किसी कैं डीडेट ने शुरुआत के कुछ सवालों के जवाब सही-सही दिए तो अगले क्वेश्चन उससे कठिन पूछे जाएंगे और यदि वह शुरू में कुछ सवालों के जवाब गलत देता है तो आगे के सवाल थोड़े आसान पूछे जाएंगे। यानि की आसान और कठिन क्वेश्चन को उनके जवाब के आधार पर कम्प्यूटर द्वारा निर्धारित किया जाएगा।
यह रहेगा एग्जाम शेड्यूल
यूजीसी नेट- एप्लाई करने के तारीख 1 से 30 सितंबर तक, एग्जाम डेट 2 से 16 दिसंबर रखी गई है जिसमें शनिवार व रविवार को दो शिफ्ट में एग्जाम होंगे। इसका रिजल्ट जनवरी के लास्ट वीक में डिक्लीयर किया जाएगा।
सीमेट और जीपेट- इसके लिए एप्लाई करने की तारीख 22 अक्टूबर से 15 दिसंबर तक व एग्जाम डेट 27 जनवरी 2019 तय की गई है। इसका रिजल्ट फरवरी के फस्र्ट वीक में डिक्लीयर किया जाएगा।