इसमें चार जीती हुई सीटें भी शामिल हैं। 15 सीटों पर कांग्रेस दूसरे नम्बर पर भी नहीं – प्रदेश की 15 सीटों एेसी रहीं जहां पिछले चुनाव में सत्तारूढ़ दल भाजपा और बसपा के बीच सीधा मुकाबला रहा। यहां कांग्रेस तीसरे या फिर उससे भी अधिक पीछे रही। यहां दो सीटों भिण्ड और सेमरिया को छोड़कर यहां हार-जीत का अंतर औसतन 2000 ही रहा। मनगवां सीट में तो बसपा की शीला त्यागी मात्र 275 मतों से जीतीं थीं।
बसपा से अभी समझौता नहीं हुआ है। पार्टी स्तर पर गठबंधन पर चर्चा चल रही है। एक-दो दिन में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। – कलमनाथ, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गठबंधन को लेकर मैं कुछ नहीं कह सकता। पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष को ही निर्णय लेना है। हम प्रदेश में संगठन को मजबूत करने पर ध्यान दे रहे हैं। – प्रदीप अहिरवार, प्रदेश अध्यक्ष बसपा