मौसम विज्ञानियों के अनुसार प्रदेश में तीन मौसम प्रणालियां एक्टिव हैं। इसका व्यापक असर हुआ है। रीवा में दिन का अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियश के पार पहुंचा। तीन मई को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के भी एक्टिव होने की संभावना है। इसके कारण प्रदेश में तपिश बरकार रहने का अनुमान है।
यह भी पढ़ें— Breaking News – एमपी कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भी ज्वाइन करेंगे बीजेपी! मंत्री का बड़ा बयान मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार दक्षिण-पूर्वी मध्यप्रदेश से लेकर कर्नाटक तक एक द्रोणिका बनी हुई है। इसके अतिरिक्त प्रदेश के राजस्थान से सटे उत्तर-पश्चिमी हिस्से में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। अफगानिस्तान और उससे लगे उत्तरी पाकिस्तान पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का भी प्रदेश के मौसम पर असर हुआ है।
अलग-अलग स्थानों पर एक्टिव इन मौसम प्रणालियों के कारण प्रदेश के कई शहरों में अधिकतम तापमान 40 से 43 डिग्री सेल्सियस तक बना रहा। मंगलवार को प्रदेश में सबसे अधिक 43.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रीवा में दर्ज किया गया। वैसे मौसम विज्ञानी इसे राहत भी बताते हैं। उनका कहना है कि हवाओं में कुछ नमी है जिसके कारण तापमान में अधिक बढ़ोतरी नहीं हो रही है। इससे प्रदेश में लू भी नहीं चल पा रही है।
मौसम विज्ञानी ने बताया कि तीन मई को नए पश्चिमी विक्षोभ के भी एक्टिव होने का अनुमान है। उत्तर भारत में एक्टिव इस सिस्टम से प्रदेश के मौसम पर असर होने की संभावना है। इसके कारण प्रदेश में मई के पहले सप्ताह में तपिश तो बनी रहेगी पर लू चलने की संभावना कुछ कम है।
बताया जा रहा है कि राजस्थान पर बने चक्रवात के कारण मध्यप्रदेश में अधिकतम तापमान में विशेष बढ़ोतरी नहीं हुई है। उत्तर-पश्चिमी हवाओं की वजह से भी गर्मी के तेवर तुलनात्मक रूप से नरम बने हुए हैं।