मंत्री पाणिग्रही से बयान दिलाने की मांग जोर पकड़ते देख मंत्री को वक्तव्य देना पड़ा। उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा में सरकार का एक पैसा खर्च नहीं हुआ। ओडिशा पर्यटन विकास कारपोरेशन के गेस्ट हाउस सबके लिए खुले हैं। मंत्री के गोलमोल जवाब पर विपक्ष संतुष्ट नहीं दिखाई पड़ा।
विपक्षी विधायकों ने सवाल उठाया कि मंत्री के साथ हैदराबाद जाने वाली दो महिलाएं कौन हैं और किस हैसियत से उन्हें ले जाया गया? उनका कहना था कि ओडिशा सरकार के मंत्री का यह आचरण स्वीकार्य नहीं है। कांग्रेस के सदस्य संतोष सिंह सलूजा ने कहा कि जिस अपराध के लिए सारथी बाबा (स्वयंभू भगवान) को जेल जाना पड़ा। वही कार्य मंत्री ने किया तो उनके साथ भी वैसा ही सलूक किया जाना चाहिए। मंत्री दोनों महिलाओं को हैदराबाद लेकर क्यों गए? कांग्रेस नेताओं ने बताया कि दोनों कथित तौर पर मां बेटी है। मां की उम्र 47 वर्ष है और बेटी 24 वर्ष की है। उन्होंने सदन में कहा कि मंत्री के निजी सचिव ने दोनों महिलाओं के टिकट बुक किए और ठहरने के लिए होटल में इंतजाम किया।
इसी हो-हल्ले के बीच विधानसभा अध्यक्ष सूर्य नारायण पात्रा ने आधा घंटे के लिए सदन स्थगित कर दिया। पर्यटन मंत्री ज्योतिप्रकाश पाणिग्रही ने कहा कि उन्होंने सरकार का पैसा खर्च नहीं होने दिया।
मालूम हो कि कांग्रेस के मीडिया सेल प्रभारी सत्यप्रकाश नायक ने मीडिया के सामने बतौर सूबत कुछ कागजात पेश करते हुए पर्यटन मंत्री पाणिग्रही के दो महिलाओं के साथ हैदराबाद में आयोजित ओडिशा सरकार के रोड शो में शामिल होने को मुद्दा बनाते हुए उन पर आरोप लगाए थे। नायक का आरोप था कि मंत्री ने ही महिलाओं के टिकट रहने आदि की व्यवस्था की थी। यह रोड शो पिछले महीने 4 अक्टूबर को ओडिशा पर्यटन विभाग की ओर से हैदराबाद में आयोजित किया गया था। मंत्री ने इस रैली में अपनी महिला मित्रों के साथ भाग लिया था।