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ओडिशा सरकार ने गुरुवार को बयान जारी करते हुए कहा कि आगामी समय में आने वाले त्योहारों का जश्न सामूहिक रूप से नहीं मनाया जाएगा। इसी के साथ कई नियम भी जारी किए गए हैं। गाइडलाइन के विषय में जानकारी देते हुए मुख्य सचिव असित त्रिपाठी ने बताया कि केवल परंपरा निभाने के लिए इंडोर आयोजन किए जाएंगे, ऐसे में भी जनता की भागीदारी नहीं होगी।
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उन्होंने यह भी बताया कि दुर्गा पूजा के लिए जो पंडाल लगाए जाएंगे उन्हें तीनों तरफ से कवर किया जाना है। एक दिशा से ही उसे खुला रखा जा सकेगा। पंडाल में आम जनता को आने की अनुमति नहीं दी जा सकेगी। ऐसा होने पर भीड़ इकट्ठा हो सकती है जिससे संक्रमण फैलने का डर है।
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आदेश में यह भी कहा गया है कि पंडाल में लगाए जाने वाली मूर्तियां 4 फुट से ज्यादा नहीं हो सकती और ना ही कोई आम सभा होगी, ना ही किसी तरह का मनोरंजनात्मक कार्यक्रम होगा। पंडाल में पुजारी, आयोजक व जरूरी स्टाफ समेत 7 से अधिक लोग एकत्रित नहीं हो पाएंगे। मूर्ति का विसर्जन भी कृत्रिम तालाब में ही करना होगा। इसी के साथ मास्क, सैनिटाइजर, सोशल डिस्टेंसिंग समेत सभी उपाय अपनाना जरूरी है।
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गौरतलब है कि आगामी 16 सितंबर पर विश्वकर्मा पूजा के साथ ही फेस्टिवल सीजन शुरू हो जाएगा। 16 अक्टूबर से नवरात्रि शुरू होने जा रही है। इसी के साथ ओडिशा में अब तक कुल 1,43,117 संक्रमण के मामले पाए चुके हैं। 658 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।