ठेके खोलने के फैसले की हो रही निंदा
कोरोना वारियर्स पर फूल बरसाने वाली सरकार का शराब बिक्री का ऐसा निर्णय था जिसने उन्हीं कोरोना वारियर्स के हौसले पस्त कर दिए। निर्णय चौतरफा निंदा की जा रही है। दो पेग शराब के लिए दो गज की दूरी न बना सके शराब के शौकीनों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने दो गज आगे जाकर डंडे भी बरसाए। शराब विरोधी आंदोलन चला रहे राष्ट्रीय युवा संगठन के अध्यक्ष डा.विश्वजीत का कहना है कि हालांकि राजस्व का बहुत बड़ा स्रोत यही कहा जाता है पर क्या इतनी जल्दबाजी में फैसला लेकर उस पर बेढ़ंगे तरीके से अमल करा देना कहां की दूरदर्शिता है? उनका संगठन शराब बंदी को लेकर पहले से आंदोलनरत है। ओडिशा समेत सभी राज्यों में उमड़ी बेतरतीब भीड़ ने कोविड-19 से लड़ने के इकलौते हथियार सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ायी। यह फैसला उन कोरोना वारियर्स को हतोत्साहित करने वाला था जिनकी दम पर मौत से जंग में अन्य देशों के मुकाबले भारत कहीं आगे था। ओडिशा सरकार तो मीडिया डार्लिंग बन गयी थी।
हर जगह उल्लंघन…
कोरोना से मानव को बचाने को जिस लॉकडाउन का कड़ाई से पालन किया जा रहा था उसी का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में डाले जिलों में हुआ। महिला आयोग की पूर्व सदस्य नम्रता चड्ढा का कहना है कि सच पूछिए तो शराब की दुकानें खुलने से जान और जहान का पैमान गड़बड़ाता दिखा। राजस्व की दलील गले नहीं उतर रही है। शराब खरीदने, बेचने और तमाशायी लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग समेत स्वास्थ के अन्य मानकों की भी जमकर धज्जियां उड़ायीं। गांधी लोगों का कहना है कि देश में सारी गतिविधियों को विराम दिया जा चुका है वहीं पर अचनाक शराब की दुकानें खुलवाकर सरकार ने मुसीबत मोल ले ली।
शराब की दुकानों पर कोई एहतियाती उपाय नहीं…
शराब की दुकानों पर खड़ी भीड़ में सेनीटाइजर, मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग कुछ भी तो नहीं दिख रहा था। एक चैनल ने दिल्ली की रिपोर्ट दिखायी कि उसके आरोग्य सेतु एप में शराब की दुकान के एक किमी.दायरे में 9 करॊना पॉजिटिव और न जाने कितने बीमार लोग थे। रिपोर्ट की चेतावनी के बाद भी कोई सुन नहीं रहा था। लॉकडाउन के तीसरे चरण में सबसे ज्यादा असर शराब की दुकानों पर दिखा। भले ही लक्षण वाले मरीज शायद ही दिखें हों पर बिना लक्षण (एसिम्टोमेटिक) वालों से भी उतना ही खतरा रहता है। शराब विक्रेताओं का कहना है कि पुराना स्टाक ही खाली हो रहा है। नया माल नहीं आ रहाहै।
कोरोना वायरस संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ा…
ओडिशा में कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 175 हो गई हैं। मंगलवार को चार जिलों से संक्रमित मरीज मिले। कटक से एक, सुंदरगढ़ से एक, गंजाम से एक बालासोर से तीन पॉजिटिव मामले मिले हैं। राज्य में 114 एक्टिव केस हैं। इसके अलावा 60 कोरोना पॉजिटिव रिकवर यानी ठीक होकर घरों को भेजे गए हैं। एक मरीज की मौत हो गई है। रेड ज़ोन में जाजपुर भद्रक बालासोर और भुवनेश्वर को रखा गया है।