सड़क निर्माण शुरू होने से अब तक यहां ३७ सड़क हादसे हो चुके हैं, जिनमें २४ लोग जान गंवा चुके हैं। करीब ८२५ करोड़ रुपए के इस फोरलेन प्रोजेक्ट का कार्य इरकॉन कंपनी करवा रही है। कंपनी को इस साल अप्रेल तक निर्माण कार्य को पूरा करना है, जबकि वर्तमान हालात देखते हुए अप्रेल तक निर्माण कार्य पूरा होना मुश्किल है। कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि जहां जरूरत होती है, वहां सूचना बोर्ड व अवरोधक लगाते हैं। सोमवार रात हुए हादसे के स्थान अवरोधक नहीं थे तो इस बारे में जानकारी नहीं है, पता कराएंगे।
सीआई धरम पूनिया ने बताया कि नाल थाना क्षेत्र में गांधी प्याऊ से गजनेर की तरफ राजमार्ग पर ऑक्सीजन फैक्ट्री के पास हादसा हुआ। हादसे में बाइक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस ने शवों को पीबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। शवों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। बाइक चूरू नंबरों की है। प्रथमदृष्टया आशंका है कि एकतरफा रास्ता होने से हाईवे पर आए बाइक सवारों को अज्ञात वाहन ने चपेट में ले लिया। इस प्वॉइंट पर कई बार सड़क हादसे हो चुके हैं।
बीकानेर से जैसलमेर मार्ग पर २८ माह में ३३ दुर्घटनाएं हुई, जिसमें २४ लोगों की मौत हुई।
कोलायत-झझू मार्ग पर १४ जनवरी को हादसे में एक की मौत।
भानेका गांव के पास एक फरवरी को हादसे एक व्यक्ति की जान गई।
एक फरवरी को गजनेर फांटे पर बाइक सवार की मौत।
१६ जनवरी को बच्चे को ट्रक ने कुचला।
१९ जनवरी को राष्ट्रीय राजमार्ग-१५ पर लूणकरणसर में नाथवाणा गांव के पास ट्रक-बस की भिड़ंत में पांच घायल।
लूणकरणसर में ट्रेलर ने एक व्यक्ति को कुचला।
खारा के पास एम्बुलेंस और ट्रक की भिड़ंत, दो की मौत।
श्रीडूंगरढ़ में ३ जनवरी को लखासर के पास कार पलटने से एक की मौत।
श्रीडंूगरगढ़ के सातलेरा गांव के पास अज्ञात वाहन ने एक जने को कुचला।
एक फरवरी को कार पलटने से कितासर के पास एक की मौत।
नापासर थाना क्षेत्र के गुसाईंसर के पास २८ जनवरी को बाइक डिवाइडर से टकराई, दो युवकों की मौत
हाईवे निर्माण कार्य के कारण दुर्घटनाएं हो रही हैं, क्योंकि एक तरफ काम चलता है और दूसरी तरफ वाहन गुजरते हैं। परिवहन विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग अथॉरिटी के साथ मिलकर राजमार्गों के दुर्घटना स्थलों को चिह्नित करेंगे। इनमें सुधार के प्रयास करेंगे।
सवाईसिंह गोदारा, पुलिस