मौजूदा 22 विधायकों को टिकट काटने पर भी चर्चा हुई। शाह ने मंत्रियों, विधायकों और संसदीय सचिवों के परफॉर्मेंस को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि आईटी सेल को बेहद सक्रिय रहने की जरूरत है। स्थानीय स्तर के मुद्दों पर तेजी से प्रतिक्रिया आनी चाहिए। जानकारी के मुताबिक प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक जब गठबंधन का भाजपा को फायदा बताने लगे तो शाह ने उन्हें टोक दिया। उन्होंने कहा वह अलग बात है, फिलहाल यह बताइए कि विनेबिलिटी किन प्रत्याशियों में है और कौन ऐसे मंत्री, विधायक या संसदीय सचिव हैं जिनकी क्षेत्र में पकड़ नहीं है।
हवाहवाई बातें और दावे नहीं चाहिए। जिसके लिए टिकट की सिफारिश की जा रही है उसके लिए सिफारिश करने वाला नेता जिम्मेदार होगा। संसदीय सचिवों पर शाह बोले इनके परफॉर्मेंस को लेकर पार्टी का सर्वे है, उसके आधार पर टिकट दिए जाएंगे। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी 22 से अधिक विधायकों के टिकट काटने जा रही है। इनमें 4 मंत्री और 5 संसदीय सचिव शामिल हैं।