ग्राम किरारी स्थित मिडिल स्कूल का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने लगभग आधा घण्टे तक बच्चों के साथ चर्चा की। कक्षा 7 वीं के बच्चों से सामान्य ज्ञान एवं हाल ही में संपन्न चुनाव के संबंध में उनकी ज्ञान परखी। बच्चों के बेबाकी पूर्ण जवाब एवं उनमें आत्मविश्वास देखकर वे काफी प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि बच्चे मन लगाकर पढ़ें तो जीवन में कोई भी लक्ष्य हासिल करना असंभव नहीं है। उन्होंने बच्चों को उनके भावी जीवन के लिए कॅरियर मार्गदर्शन भी दिया।
कलेक्टर ने बच्चों की कॉपी चेककर उनकी हैण्डराइटिंग भी देखी और राईटिंग सुधारने के लिए प्रतिदिन एक या दो पेज लिखने का अभ्यास करने को प्रोत्साहित किया। बच्चों की बेबाकी एवं अच्छे शैक्षणिक स्तर से खुश होकर कलेक्टर ने सभी बच्चों को बिस्कुट भी खिलाई। वहीं स्कूलों की नियमित रूप से मॉनिटिरंग नहीं करने पर स्कूल शिक्षण समन्वयक सूरज सिंह क्षत्री को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही स्कूल के प्रधान पाठक सुमन कुमार एक्का को एक साथ 4 शिक्षकों को छुट्टी देने और खुद भी बच्चों को नहीं पढ़ाने पर सुमन को शोकॉज नोटिस जारी किया।
बीईओ अश्विनी भारद्वाज पर मातहत कर्मचारियों पर प्रशासनिक नियंत्रण नहीं रखने और प्रधानपाठक सुमन कुमार एक्का पर एक साथ 4 शिक्षकों का अवकाश स्वीकृत कर क्लास रिक्त रखने का प्रथम दृष्ट्या आरोप लगाया गया है। निरीक्षण के दौरान एसडीएम बजरंग वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी टीपी साहू, खाद्य नियंत्रक अनुराग भदौरिया, उप पंजीयक मंजू पाण्डेय, जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी आशीष दुबे, डीपीओ महिला व बाल विकास तारकेश्वर सिन्हा उपस्थित थे।
दाल मिली पतली, समूह को नोटिस जारी… कलेक्टर शरण ने रसोईघर पहुंचकर बच्चों के लिए बनाये गये भोजन का निरीक्षण किया। उन्होंने गुणवत्ता परखने के लिए स्वयं दाल-भात एवं सब्जी का स्वाद चखा। दाल की गुणवत्ता मानक स्तर का नहीं पाये जाने पर महिला स्व सहायता समूह के प्रति नाराजगी जताते हुए समूह अध्यक्ष को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर इसके बाद मस्तूरी स्थित पोस्ट मेट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास भी गए। उन्होंने समवेत बासन्ती नाम के मंदबुद्धि बच्चे की शिक्षा की व्यवस्था करने डीईओ को निर्देश दिया।