जिसकी शिकायत किसानों द्वारा 6 अक्टूबर को उप पंजीयक सहकारी संस्था जांजगीर के पास लिखित में दिया गया था। बताया जा रहा है कि कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा 400 बोरी यूरिया खाद का फर्जी खाद वितरण कर लाखों रुपए राशि की गबन किया है, जब से कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर नियुक्त हुआ है, तब से सेवा सहकारी समिति में धान खरीदी हो या खाद वितरण सभी में किसानों के नाम पर फर्जी कर्ज चढ़ा कर राशि का हेराफेरी करने का मामला सामने आ चूका है।
इसके बाद विभागीय अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, फाइल को दबाकर रखे हुए हैं। इसी साल भी कंप्यूटर ऑपरेटर नंदराम बरेठ के द्वारा यूरिया डीएपी खाद्य वितरण में लगभग 6 लाख रुपए से अधिक राशि का घोटाला किया गया हैं।
फर्जी खाद का डाटा किसानों के खाते में डाल दिया सेवा सहकारी समिति छोटे कटेकोनी के किसानों को यूरिया खाद किसानों को नहीं मिल पाया है, बल्कि किसानों के नाम पर फर्जी खाद वितरण कर लाखों रुपए का कंप्यूटर ऑपरेटर नंद राम बरेठ द्वारा फर्जीवाड़ा कर राशि हड़प लिया गया है। विभागीय अधिकारी शिकायत के बाद जांच एवं नोटिस पर नोटिस दे रहे हैं, मगर कार्रवाई करने में उनके हाथ पांव फूल रहे। जबकि अपने पत्नी सरोज बरेठ अपने भतीजा अनिल कुमार बरेठ अपने भाभी प्रेमबाई के नाम से 50-50 बोरी युरिया पौस मशीन में चढ़ा दिया गया है, किसान के द्वारा 16 बोरी डीएपी गोरेलाल चंद्रा के खाते में कर्ज चढ़ा दिया गया है। जबकि शाखा प्रबंधक डभरा से पूछने पर कोई जवाब नहीं मिला।
चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व अधिकारी के संरक्षण में कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है। किसानों के नाम पर फर्जी खाद वितरण कर्ज चढ़ाकर किसानों का शोषण किया जा रहा है। जबकि 11 सितंबर को प्राथमिक कृषि शाखा सेवा सहकारी समिति मार्यादित छोटे कटेकोनी पहुंचकर देवचंद बघेल सीईओ सहकारी द्वारा फर्जी खाद वितरण गड़बड़ी की जांच किया गया, दो दिनों तक जांच करने के बाद भी आज तक जांच प्रतिवेदन शिकायतकर्ताओं को नहीं दिया गया है।
कंप्यूटर ऑपरेटर के विरुद्ध कोई कार्रवाई की गई है, जबकि कार्रवाई को लेकर 25 अक्टूबर को जांच के बाद कार्रवाई के लिए लिखित नोटिस भेजा गया। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। आखिर किसके संरक्षण में एक कंप्यूटर ऑपरेटर नंदराम बरेठ के द्वारा लाखों रुपए का घोटाला कर किसानों के नाम पर फर्जी कर्ज चढ़ा कर किसानों का शोषण कर रहा है, जबकि इसकी शिकायत किसानों द्वारा कई बार बैंक के प्रबंधक एवं उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं सहित जिले के कलेक्टर को लिखित में दिया जा चुका हैं। इसके बाद भी कंप्यूटर ऑपरेटर पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
खाद वितरण को लेकर 24 अगस्त को लिखित रूप में गड़बड़ी के जवाब के लिए कंप्यूटर ऑपरेटर को दो बार नोटिस दिया जा चुका हैं। इसके बाद भी आज तक कोई जवाब नहीं दिया गया है। इस बारे में उच्च अधिकारियो को अवगत कराया जा चुका है।
राजेन्द्र पटेल, उर्वरक निरीक्षक डभरा यह कहते है ग्रामीण इस संबंध में किसानों ने बताया कि सेवा सहकारी समिति छोटे कटेकोनी के कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा फर्जी तरीके से खाद का वितरण कर राशि का गबन किया गया है। जिला प्रशासन एवं विभागीय अधिकारियों द्वारा भी कोई कार्रवाई तो दूर जांच तक नहीं किया जा रहा है।