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हादसा: बाइक सवार युवक की कार से भीषण टक्कर, मां की मौत समाज में वैवाहिक कलह के चलते परिवार टूटने के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। शादी के कुछ महीनों के बाद ही मामला थाने और फिर न्यायालय में पहुंच रहा है। पति-पत्नी के बीच बढ़ती दूरी व टूटते रिश्तों के 10 माह में 3 हजार से अधिक शिकायत महिला थाने पहुंची हैं। ज्यादातर महिलाओं ने आवेदन में विवाद का कारण पारिवारिक हिंसा, पति द्वारा मारपीट व जमीन संबंधी विवाद होना बताया है।
पति-पत्नी के बीच रिश्ते मधुर हो सकें, इसके लिए महिला थाना व परिवार परामर्श समिति काउंसलिंग के माध्यम से दोनों पक्षों को समझाइश देकर टूटते रिश्तों को जोड़ने का प्रयास कर रही हैं। अधिकांश मामलों में यह वजह सामने आए जिसमें शादी के बाद ससुराल पहुंचीं अधिकांश महिलाओं को केवल पति के साथ अलग गृहस्थी बसाना चाहती हैं। पति के परिवार को नहीं अपनाना चाहतीं। पति जब परिवार से अलग न होने समझाइश देता हैं, इस पर से कलह शुरुआत होती है।
जिले में दहेज प्रकरण के मामले हुए कम… शिकायत लेकर थाने पहुंचने वाली महिलाओं के आवेदन की जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि दहेज की शिकायत अवेदन पत्र में जरूर रहती है लेकिन वह जांच की कसौटी में खरी नहीं उतरती। दहेज की वजह से टूटने वाले परिवारों की संख्या बहुत कम है।
शिकायत के बाद पहुंचे ही नहीं थानेमहिला थाने में परिवारिक कलह की शिकायत लेकर 208 पीड़ित महिलाओं ने आवेदन किया था। आवेदन देने के बाद काउंसलिंग में बुलाने पर ही यह महिलाएं कभी थाने नहीं पहुंची।
वीडियो व आडियो की सहायता से काउंसलिंग
टूटते परिवार को बचाने के लिए पुलिस लगातार काउंसलिंग के साथ ही पति पत्नी व दोनों के परिवार को बैठा कर रिस्तो की अहमियत को समझाने वाली वीडियो फिल्म के साथ ही आडियों फाइल भी सुना रही है। वीडियो के माध्यम से समझाया जा रहा है।
परिवार परामर्श समिति के सदस्य होने के नाते शिकायत आवेदन लेकर पहुंचने वाली महिला व उसके पति को बिठा कर समझाइश दी जाती है। दोनों पक्षों की बात को सुनकर एक निष्कर्ष निकाला जाता है। अधिकांश मामले में परिवारिक कलह का कारण विवाहिताएं पति के साथ अलग गृहस्थी बसाना चाहती हैं।पुरुष इंकार करता है तो वह झगड़े का कारण बन जाता है-
डॉ.नीता श्रीवास्तव, काउंसलर
शिकायत आवेदन लेकर पहुंचने वाली अधिकांश महिलाएं ऐसी भी होती हैं जो पति के परिवार को अपनाना ही नहीं चाहती। यही आगे चल कर पति-पत्नी के बीच विवाद का कारण बनता है। पति-पत्नी व उनके परिवार को रिश्तों की अहमियत समझाने वाली फिल्म दिखाई जाती है, साथ ही परिवार का महत्व भी समझाते हैं बहुत से परिवार अब हंसी खुशी जीवन यापन कर रहे हैं- आशा सिंह, काउंसलर
महिला थाने में पति-पत्नी के बीच होने वाले झगड़ों व परिवार के साथ तालमेल न होने पर उपजे विवाद को दूर करना व परिवार को टूटने से बचाना पहली प्राथमिकता है। मिलने वाली अधिकांश शिकायत विवाहिता पति के साथ अलग घर बसाने की बात कहती है। कुछ नशे को परिवार टूटने का कारण भी बताती हैं। शिकायत का निराकरण कर पुलिस पति-पत्नी को परिवार के रिश्तों की अहमियत भी समझाती है।
-संतोष सिंह, एसपी, बिलासपुर