महेश्वरी कोल माइंस अनिल मुंदडा फैक्ट्री के अन्दर कार को आखिरी छोर तक ले गए। कोयला को हाथ से उठाकर देखा और पूछा ये पत्थर है कि कोयला है तब कांग्रेसियों ने बताया कोयला है। आसपास डस्ट देखने के बाद उद्योग अफसरों को डांट-डपट लगाई। फैक्ट्री के मालिक या मैनेजर को बुलाने के लिए कहा 10 मिनट तक मंत्री जांच करते रहे लेकिन कोई नहीं आए। अधिकारियों से कहा फैक्ट्री की पूरे जमीन और कोयले की जांच करने का निर्देश दिए इसके अलावा सडक़ का उपयोग किया जा रहा है उसकी भी जांच करने के लिए कहा गया है।
उद्योग मंत्री कवासी लखमा सिरगिट्टी क्षेत्र में संचालित राजश्री गुटखा फैक्टी के पास पहुंचे। मंत्री का काफिला को देखने के बाद भी गेट नहीं खोला जा रहा था कांग्रेस कार्यकर्ता दरवाजा को खटखटा रहे थे, जोर से चिल्लाकर बोले उद्योग मंत्री कवासी लखमा जी आए हैं दरवाजा खोलो। तब भी गेट को नहीं खोले। तब मंत्री का गार्ड और पुलिस वाले फैक्ट्री के अन्दर बैठे सुरक्षा कर्मी को डांट डपट लगाई इसके बाद गेट को खोला गया। मंत्री ने गुटखा बनाने का लाइसेंस पूछा। यहां काम करने वाले मजदूरों से बात की छग से तीन चार कर्मचारी थे शेष बाहर के थे। स्थानीय लोगों को रोजगार में बढ़ावा देने का निर्देशा दिए। वहीं फैक्ट्री के पूरे दस्तावेज की जांच करने का निर्देश दिए हैं। और रिपोर्ट रायपुर लेकर आने का निर्देश दिए गए हैं।