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मौसम वैज्ञानिक एके दास के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून (Southwest Monsoon) अरब सागर और महाराष्ट्र के बुलसर, मालेगांव, नागपुर, और शेष हिस्सों, गुजरात के कुछ और हिस्सों, तेलंगाना के शेष हिस्सों, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों और पूर्वी ओडिशा, पश्चिम, पूरे हिस्से में आगे बढ़ने की संभावना है। अगले 2-3 दिनों के दौरान बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और बिहार में पहुँचने की संभावना है।
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एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा पूर्व मध्य और उससे लगे उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी में 4.5 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। इसके प्रभाव से एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर बंगाल की खाड़ी में 11 जून को निम्न दाब का क्षेत्र बनकर और अधिक प्रबल होने की संभावना है। इसके आगे बढ़ने के पूर्व ही मानसून की सक्रियता मध्य और पूर्व के राज्यों में बढ़ने की संभावना है।बारिश से गिरा तापमान, गर्मी से मिली राहत
बुधवार को मौसम में बदलाव हुआ और शाम को आसमान में काले बादल घिर आए। शाम करीब साढ़े 4 बजे तेज हवाओं के साथ बारिश हुई और तापमान में गिरावट आई। इसके बाद लोगों ने राहत महसूस की। देर रात तक ठंडी हवाएं चलती रही। बुधवार को शहर का अधिकतम तापमान 36.6 और न्यूनतम 25.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।