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बिलासपुर

सिम्स में ओरल कैंसर का लाइव आपरेशन सफल, मरीज को मिली राहत

सिम्स के दंत रोग विभाग द्वारा मुंह एवं जबड़े के कैंसर के आपरेशन पर लाइव कार्यशाला को आयोजन सिम्स के आडिटोरियम में किया गया।

बिलासपुरJan 14, 2018 / 12:21 pm

Amil Shrivas

cims hospital
बिलासपुर . सिम्स के दंत रोग विभाग द्वारा मुंह एवं जबड़े के कैंसर के आपरेशन पर लाइव कार्यशाला को आयोजन सिम्स के आडिटोरियम में किया गया। आपरेशन डॉ. ए के दधीच मेक्सिलो फेशियल सर्जन द्वारा आपरेशन थियेटर से इसका लाइव प्रसारण किया गया। आपरेशन के दौरान डॉक्टर द्वारा परत दर परत जटिलताओं के बारे में जानकारी दी गई। लगभग चार घंटे तक चला आपरेशन सफल रहा। लाइव प्रसारण में सिम्स के डॉक्टर के अलावा जहां शहर के २५० चिकित्सक एवं विद्यार्थियों ने जानकारी हासिल किया। सिम्स लोखंडी निवासी भगवती प्रसाद के माउथ केंसर का सफल आपरेशन किया गया। यह आपरेशन सिम्स प्रबंधन द्वारा नि: शुल्क किया गया। भगवती कुछ दिन पहले मुंह में छाला होने पर इलाज के लिए सिम्स के डेंटल विभाग में आए थे। डॉक्टर को आशंका हुई तब उसकी बायोस्फी कराया गया। रिपोर्ट से ओरल कैंसर की पुष्टि हो गई। इसके बाद इसका ऑपरेशन के लिए नासिक के डॉक्टर ए के दधीच मेक्सिलो फेशियल सर्जन से संपर्क किया गया। इनसे समय मिलने के बाद सिम्स प्रबंधन द्वारा आपरेशन की तैयारी की गई। शनिवार को सिम्स के आपरेशन थियेटर में आपरेशन किया गया। आपरेशन सुबह १० से दोपहर दो बजे तक हुआ, जिसका लाइव सिम्स के आडिटोरियम में दिखाया गया। सिम्स के दंत रोग विभाग के प्रभारी भूपेंद्र कश्यप ने बताया ओरल कैंसर की लाइव सर्जरी हुई, जिसमें दंत मुख रोग विशेषज्ञों की टीम द्वारा मुख में जीभ के कैंसर का सफलता पूर्वक शल्य चिकित्सा की गई। शहर के 250 चिकित्सक एवं विद्यार्थियो ने जानकारी हासिल की।
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गुटखा तम्बाखू है जीवन के लिए खतरा – डॉ. दधीच: डॉ. अनुज दधीच नासिक के विख्यात कैंसर एवं मैक्फिलोफेशियल सर्जन ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि आदमी के जबड़ा में 70 प्रकार के कैंसर हो सकते हैं, सभी के अलग अलग कारण होते हैं। लेकिन सबसे खतरनाक तंबाखू से होने वाला कैंसर होता है। इसके बाद गुटखा चबाने को भी तेजी से कैंसर होता है। डॉक्टर अनुज का कहना है अगर चार लोग एक ही सब्जी को खा रहे हों इसमें से एक अगर झार लगे तब उसे तत्काल डॉक्टर को दिखाना चाहिए। एेसा लक्षण गुटखा खाने वालों को ज्यादा होता है। गुटखा के सुपारी में जो केमिकल व तम्बाखू मिलाया जाता है, वह मुंह ,जीभ, जबड़ा सहित अन्य के लिए काफी नुकसानदायक होता है। गुटखा खाने वालों को मुंह खोलने में दिक्कतें होती हैं। उसे हर चीज जलन होती है। उन्होंने बताया वे एेसा ऑपरेशन लगभग 200 से 250 तक कर चुके हैं। जिस युवक का आपरेशन किया गया, वह पिछले आठ साल से गुटखा खा रहा था। मुंह में कैंसर गुटखा और तम्बाखू खाने वाले को होता है। हमें आपरेशन काफी सम्भलकर करना पड़ता है।

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