सीएम की पत्नी वीणा समेत कई मंत्री प्रमोशनल इवेंट्स में हुए थे शामिल : ज्ञात हो कि इस मामले में 5 नवंबर को याचिका दायर कर मांग की गई है कि चिटफंड कंपनियों के प्रमोशनल इवेंट्स में राज्य के सीएम रमन सिंह की पत्नी वीणा सिंह, पुत्र अभिषेक, धरम लाल कौशिक समेत कई कैबिनेट मंत्री, आईएएस, आईपीएस एवं वरिष्ठ नौकरशाह शामिल हुए थे। इनके प्रमोशन का ही परिणाम था कि लोगों का विश्वास इन कंपनियों पर बढ़ा, जिसके कारण हजारों लोगों ने अपनी एफडी तुड़वाकर गाढ़े पसीने की कमाई इन कंपनियों में निवेश कर दी। बता दें कि प्रदेश भर में चल रही चिटफंड कंपनियां बोरिया-बिस्तरा समेटकर फरार हो गई हैं। कंपनी में कार्यरत एजेंटों ने ही लोगों का पैसा लेकर कंपनी में जमा कराया था। कंपनी के फरार होने के बाद लोगों का गुस्सा और कानूनी कार्रवाई की गाज इन एजेंटों पर गिर पड़ी। पुलिस ने भी बड़े खिलाडिय़ों को छोड़ इन एजेंटों पर कार्रवाई शुरू कर दी। याचिका में ये आरोप भी लगाया गया है कि सरकार ओर पुलिस के आला अधिकारी चिटफंड कंपनी के निदेशकों एवं मालिकों को छोड़ एजेंटों को धरपकड़ कर कार्रवाई कर रही है। पुलिस के खौफ के कारण कई एजेंट आत्महत्या कर चुके हैं, परिजनों ने पुलिस पर सुसाइड नोट गायब करने का आरोप भी लगाया है।