ग्रिपिंग ताली –
दोनों हथेलियों को क्रॉस करते हुए बजाते हैं। इससे शरीर में ऊर्जा का संचार तेज होता है। अन्य अंगों के दबाव बिंदु सक्रिय होते हैं। इसे तेजी से 10-20 मिनट बजाने पर त्वचा रोगों में लाभ मिलता है। दर्द वाले रोग में भी कारगर है।
थाप ताली –
दोनों हाथों के अंगूठे, उंगुलियां समानांतर दूसरे हाथ पर पड़ती हैं। इस ताली की आवाज बहुत तेज होती है। इससे कान, आंख, कंधे, मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी के बिंदुुओं पर दबाव पड़ता है। इसका डिप्रेशन, अनिद्रा, स्लिप डिस्क, स्पोगोलाइसिस, आंखों की कमजोरी में सर्वाधिक लाभ होता है। इस ताली को हथेली लाल होने तक बजाते रहें।