
computer and mobile
लंबे समय तक कम्प्यूटर या मोबाइल स्क्रीन पर लगातार नजर टिकाए रखने से यदि आपकी मानसिक और शारीरिक स्थिति में अस्थिरता बनने लगे तो यह साइबरसिकनेस के लक्षण हो सकते हैं। इसे ‘वर्चुअल रियल्टी सिकनेस’ भी कहते हैं। ऐसे में व्यक्ति का शरीर तो स्थिर रहता है लेकिन दिमाग को कम्प्यूटर स्क्रीन पर सब चीजें तेजी से चलती महसूस होती हैं।
चक्कर आने जैसी दिक्कत होती है। हाल ही न्यूयॉर्क के कोवेंट्री यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर मोबिलिटी एंड ट्रांसपोर्ट में हुए एक शोध में पाया गया है कि हर वर्ग के लगभग ८० प्रतिशत लोगों को इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है।
लक्षण
व्यक्ति को सिरदर्द के अलावा चक्कर आना, आंखों में जलन, शरीर से अधिक पसीना निकलना, किसी भी काम या वस्तु पर फोकस न कर पाना, स्वभाव में चिड़चिड़ापन और नींद ना आने की समस्या रहती है।
दिक्कतें
कई विशेषज्ञों का मानना है कि पर्याप्त नींद व भोजन न लेने से यह परेशानी बढ़ती है। ज्यादातर समय दिमाग थका हुआ होता है जिस वजह से व्यक्तिको कम्प्यूटर स्क्रीन देखते ही तनाव महसूस होने लगता है।
ऐसे करें बचाव
कम्प्यूटर स्क्रीन पर काम करने के दौरान ३०-३५ मिनट के समय अंतराल में बे्रक जरूर दें।
मोबाइल में लगातार मूवी देखने या गेम खेलने से बचें। इस दौरान भी ५-१० मिनट का गैप दें।
इस दौरान आंखों को झपकाते रहें।
चक्कर आएं तो कुछ मीठा खा लें।
आंखों में जलन या थकान होने पर ठंडे पानी से हर ३० मिनट के अंतराल पर धोएं।
शोध के मुताबिक स्क्रीन पर तेजी से विंडो बदलने के अलावा गेम्स खेलने के दौरान मांसपेशियां व कान का पर्दा इस गति को महसूस करने लगते हैं। लेकिन आंतरिक गतिविधि व्यक्ति को बाहरी रूप से महसूस नहीं हो पाती और इससे दिमाग प्रभावित होने के कारण सिरदर्द, चक्कर व उल्टी आने जैसी दिक्कत होती है।
Published on:
16 Jul 2018 05:07 am
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