आसपास के लोगों से बात करें
पेरेंट्स बच्चे को उसकी रुची व मानसिक स्तर के अनुसार कॅरियर चुनने का मौका दें। दबाव न डालें। कम उम्र में कई बार बच्चे अपनी पढ़ाई के बारे में सही निर्णय नहीं ले पाते, ऐसे में यदि कोई विद्यार्थी अपनी पढ़ाई छोड़कर किसी अन्य कोर्स में दाखिला लेना चाहे तो उसे कम से कम एक बार ऐसा करने का मौका दें। सकारात्मक सोच रखें और प्रेरणादायी लेख व किताबें पढ़ें। अपने आसपास के लोगों से बात करें, उनकी चिंताएं व समस्याएं सुनने के लिए समय निकालें। परिवार के बुजुर्गों का सम्मान और देखरेख जरूरी है, वहीं परम्पराओं व संस्कृति के नाम पर युवाओं, खासकर महिलाओं की इच्छाओं को नजरअंदाज न करें।