शोध कर्ताओं के मुताबिक हमने यह समझने के लिए एक नए तंत्र की पहचान की है कि हमारे शरीर की घड़ियां बाहरी वातावरण के साथ कैसे समन्वय करती हैं। ये क्लॉक आपको परिवर्तनों के लिए तैयार करने के लिए विकसित हुई हैं।
रिसर्च से सामने आया है कि सुबह की शारीरिक गतिविधियां और नींद—जागने के चक्र
के बारे में ब्रेन क्लॉक हिड्डयों के ऊतकों तक समय की जानकारी पहुंचाती हैं। यदि व्यक्ति व्यायाम के समय में बदलाव करता है, तो इस डीसिंक्रनाइज़ेशन के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकता है। शोध चूहों पर किया गया था, जिसमें ट्रेडमिल पर चूहों को नियमित एक ही समय में एक्सरसाइज करवाई गई थी।
बढ़ती हुई आयु में यदि इस पैटर्न पर एक्सरसाइज या आराम किया जाए, तो ज्यादा स्वस्थ रहा जा सकता है। शोध के मुताबिक सीनियर सिटीजंस के लिए यह पैटर्न अधिक फायदेमंद हो सकते हैं।