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#Hantavirus: अब आ गया हंता वायरस, चीन में हुई एक की मौत, जानें इसके बारे में

#Hantavirus: Hantavirus: चीन में अभी पूरी तरह से कोरोना वायरस का प्रकोप खत्म भी नहीं हो पाया था कि वहां चूहों से फैलने वाले एक नए वायरस की पुष्टि हुई है।

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जयपुर

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Vikas Gupta

Mar 24, 2020

#Hantavirus: अब आ गया हंता वायरस, चीन में हुई एक की मौत, जानें इसके बारे में

#Hantavirus: Hantavirus Treatment, Symptoms, Transmission, Tests

#Hantavirus: Hantavirus: कोरोना वायरस के बाद अब हंता नाम का वायरस सामने आया है। चीन में अभी पूरी तरह से कोरोना वायरस का प्रकोप खत्म भी नहीं हो पाया था कि वहां चूहों से फैलने वाले एक नए वायरस की पुष्टि हुई है। चीन के यूनान प्रांत में एक शख्स की सोमवार को हंता वायरस से संक्रमित होने के बाद मौत हो गई। चीन के सरकारी मीडिया संस्थान ग्लोबल टाइम्स के अनुसार चीन के यूनान प्रांत में हंता वायरस फैल रहा है।

चीन के समाचार पत्र ग्‍लोबल टाइम्‍स के मुताबिक हंता वायरस से संक्रमित व्यक्ति काम करने के लिए बस से शाडोंग प्रांत लौट रहा था। उसे हंता वायरस से पॉजिटिव पाया गया था। बस में सवार 32 अन्‍य लोगों की भी जांच की गई है।

एेसे फैलता है-

सेंटर ऑफ डिजीज़ कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के मुताबिक, हंता वायरस चूहों से फैलता है। जब कोई इंसान चूहों के मल-मूत्र या लार को छूने के बाद अपने नाक, कान, आंख या चेहरे पर हाथ लगाता है तो हंता से संक्रमित हो जाता है। कोरोना वायरस की तरह आमतौर पर हंता वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं जाता है। कोरोना वायरस की तरह हंता वायरस हवा में नहीं फैलता है। हंता के संक्रमण का पता लगने में एक से आठ हफ्तों का समय लगता है।

लक्षण -

कोरोना और हंता वायरस के लक्षण काफी मिलते हैं। दोनों ही वायरस से संक्रमित होने पर, बुखार, सिर में दर्द, सांस लेने में परेशानी, बदन दर्द होता है। इसके अलावा हंता वायरस से संक्रमित होने पर पेट में दर्द, उल्‍टी, डायरिया भी हो जाता है। इलाज में देरी होने पर संक्रमित इंसान के फेफड़े में पानी भी भर जाता है। जिसका असर पूरे शरीर पर होता है, इससे कुछ लोगों की मौत भी हो जाती है।

पहली बार इस वायरस के संक्रमण का मामला मई 1993 में दक्षिण पश्चिमी अमेरिका से आया था। यह ज्यादातर चीन के ग्रामीण इलाकों में होता है। इसकी वजह से कई बार पर्वतारोहियों और कैंपिंग करने वाले पर्यटकों को दिक्कत हो चुकी है। हालांकि, यह कोरोना वायरस की तरह घातक नहीं है।