-सनबाथ के दौरान सिर छांव में होना चाहिए। चाहें तो इसे ढक लें। ऐसा इसलिए जरूरी है, क्योंकि सूर्य स्नान करते समय सूर्य की किरणें सीधे सिर पर नहीं पडऩी चाहिए।
-सुबह या शाम की सूरज की किरणों के संपर्क मेंं 10 मिनट से लेकर आधे घंटे तक कर सकते हैं। शुरुआत 10 मिनट से करें। सूर्य स्नान के बाद थोड़ी देर छांव में टहलना या फिर पानी से स्नान करना सही होता है।
-सूर्य स्नान करते समय शरीर की मालिश भी की जा सकती है। हफ्ते में एक दिन सूर्य की किरणों के नीचे बैठकर सरसों के तेल से पूरे शरीर की मालिश करें। मालिश करने के बाद गुनगुनी धूप में सूर्य स्नान लेकर सूर्य की किरणों का अधिक लाभ उठाएं।
* गर्भवती महिला नियमित रूप से सनबाथ ले सकती है। इससे शारीरिक थकान, पीठ में दर्द में आराम मिलेगा। इससे प्रतिरक्षा प्रणाली दुरुस्त रहती है और तनाव भी नहीं रहता। हाई कोलेस्ट्रॉल की शिकायत भी दूर होती है।
* गुनगुनी धूप के त्वचा पर पडऩे से हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत नहीं रहती है।
* सुबह के समय धूप सेकने से शरीर को विटामिन डी मिलता है जिससे हड्डियां और दांत मजबूत रहते हैं।