
पेट के बल सोने से बढ़ती है गैस्ट्रिक प्रॉब्लम
तुर्की में हुए शोध के अनुसार पेट के बल सोने से बचना चाहिए। क्योंकि इस दौरान पेट से जुड़े अंगों पर दबाव पड़ता है और कई तरह की गेस्ट्रो प्रॉब्लम्स की आशंका बढ़ जाती है। पेट को स्वस्थ रखने के लिए सीधे सोएं और खूब पानी पीने के साथ रेगुलर वॉक करें। तली-भुनी चीजों से परहेज करें और पौष्टिक ही खाएं।
पेट में गैस बनने के कारण व उपाय
कारण:-
- असंयमित दिनचर्या आैर खानपान।
- शराब व चाय-कॉफी का अधिक सेवन।
- पेट में हेलिकोबैक्टर पाइलोरी नामक संक्रमण होने से, पर्निशस एनीमिया जैसे ऑटोइम्यून डिसऑर्डर के कारण, पेट में बाइल एसिड के जमा होने पर।
- गैस का कारण बनने वाले भोजन का सेवन करने से।
- ज्यादा मात्रा में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाने से।
- प्रतिरक्षा प्रणाली के कमजोर होने पर वायरल संक्रमण, जैसे साइटोमेगालोवायरस और हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस के कारण।
- अधिक तनाव लेने से।
- दूध व दूध के उत्पादों को पचा पाने में असमर्थ होने पर।
बचाव :-
- गैस बनने पर पेट में जलन होना आम बात है। गैस की समस्या (gas problem) से छुटकारा पाने के लिए बेकिंग सोडे का सेवन किया जा सकता है। बेकिंग सोडा को सोडियम बाइकार्बोनेट भी कहा जाता है। यह एक प्रकार से एंटासिड की तरह काम करता है। इसके सेवन से पेट में एसिड का स्तर सामान्य हो सकता है।
- पेट में गैस बनने के कारण होने वाली जलन को कम करने के लिए एलोवेरा जेल सबसे बेहतर उपाय है। एलोवेरा में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पेट की अंदरूनी परत में आई सूजन को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही यह अच्छा एंटीसेप्टीक एजेंटी भी है, जिस कारण यह संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया को मारने में सक्षम है।
- नारियल पानी विभिन्न विटामिन्स व पोषक तत्वों से भरपूर होता है। साथ ही इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होता है, जो गैस के कारण पेट में आई सूजन को कम कर सकता है।
- अदरक एक आयुर्वेदिक औषधी है, जिसे वर्षों से विभिन्न बीमारियों में इस्तेमाल किया जा रहा है। पेट में गैस बनने पर भी इसका सेवन किया जा सकता है, जिसके सकारात्मक असर नजर आते हैं। अदरक में एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो हेलिकोबैक्टर पाइलोरी नामक संक्रमण के कारण पेट में होने वाली सूजन को कम करने में सक्षम हैं।
Published on:
04 Sept 2019 11:53 am
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