चाय-कॉफी, कोल्ड ड्रिंक, अचार और चॉकलेट से परहेज करें।
जूस, सूप और नींबू पानी आदि को डाइट में शामिल करें।
शरीर में पानी की कमी से बचने के लिए रोजाना अधिक मात्रा में पानी पिएं।
चना, अदरक, ब्राउन राइस या उबले चावल खाएं।
मल-मूत्र आदि वेगों को रोके नहीं।
कैपर ट्री (वरुण), पंक्चर पाइन (गोखरू), थैच ग्रास (कस) और हॉर्स ग्राम (कुलथी) को समान मात्रा में लेकर पाउडर तैयार करें। दिनभर में इस पाउडर की एक चम्मच मात्रा पानी के साथ तीन से चार बार लें।
एक गिलास पानी में दो चम्मच गाजर के बीज भिगोएं। इसे तब तक उबालें जब तक कि यह पानी घटकर आधा रह जाए। दिन में दो बार आधा-आधा कप इस पानी को पीने से किडनी की पथरी गलकर निकल जाती है।
एक कप पानी में 10-12 तुलसी की पत्तियों को 15 मिनट तक उबालें। इसमें एक चम्मच शहद मिलाएं और दिन में दो बार पिएं। पथरी में आराम मिलेगा। 60 ग्राम राजमा चार लीटर पानी में चार घंटे तक उबालें। इसे साफ कपड़े से छान लें और लगभग आठ घंटे तक ठंडा होने दें। इस पानी को दिन में एक बार पिएं। इन सभी उपायों का प्रयोग चिकित्सक के परामर्श के बाद ही करें।