थकान होने के कई कारण हो सकते हैं। कुछ लोगों को ज्यादा देर सोने की आदत से थकान महसूस होती है। तो कुछ को यदि ज्यादा प्यास लगे और वे पानी न पीएं तो भी थकावट हो जाती है। कई बार कोई शारीरिक काम करने पर जब सांस फूलती है और उसे जबरदस्ती रोका जाए तो थकान होती है। इसके अलावा व्यायाम अधिक करने, एनीमिया, एसिडिटी, शरीर में किसी रोग के कारण यदि हड्डियां कमजोर हों या फिर यदि कोई व्यक्ति सारा दिन कोई काम न करें और अचानक उसे अधिक काम करना पड़े तो थकावट होती है। ज्यादा देर या दिनों तक थकावट महसूस करना व्यक्ति को कई रोगों से ग्रसित करता है।
थकान होने पर बुखार, सिरदर्द व नींद का अहसास होता है। ऐसे में तुरंत ठंडा पानी न पीएं वर्ना त्वचा रोगों की आशंका रहती है। मधुमेह, अधिक वजन या खून की कमी होने पर थकान के साथ चक्कर भी आते हैं।
– भूख न हो तो जबरदस्ती न खाएं। हल्का-फुल्का या केले खा सकते हैं।
– सोने से कुछ देर पहले भोजन न करें, बेहतर होगा कि दो घंटे पहले डिनर कर लें।
– भोजन उतना ही करें जिससे पेट में भारीपन महसूस न हो। भूख से थोड़ा कम खाएं।
– भोजन करने के बाद चाय, कॉफी या नींबू पानी के बजाय नमकीन या मीठी लस्सी पीएं।
– तले-भुने आहार की मात्रा कम और ताजे फलों और सब्जियों की मात्रा ज्यादा लें।
– भोजन के तुरंत बाद पानी न पीएं।
– हफ्ते में एक-दो बार उपवास रखें। इससे अंगों को कुछ अंतराल के बाद फिर से काम शुरू करने के लिए पर्याप्त आराम मिल जाता है।
– आयुर्वेद में स्नान को सर्वश्रेष्ठ माना गया है।
– पैरों की मालिश करने से लाभ होता है।
– चरक के अनुसार दूध, अंगूर, खजूर, बेर, अनार, फालसा, अंजीर, गन्ना, जौ व चिरौंजी को थकान दूर करने वाला बताया गया है।
– छाछ थकान दूर कर ऊर्जा बढ़ाती है।
– नाश्ते के बाद गुनगुना पानी, लंच के बाद छाछ व डिनर के बाद दूध पीना फायदेमंद है।
– गर्मी में ककड़ी खाने से थकान दूर होती है।
– फलों को भोजन करने से पहले खाएं। बाद में खाने से इन्हें पचने में समय लगता है जिससे एसिडिटी, अपच और थकान हो सकती है।