बता दें कि मामला बुलंदशहर जिले के ककोड़ थाने का है। जहां ककोड़ थाना प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश कुमार मिश्र पर एक महिला सिपाही ने गंभीर आरोप लगाते हुए एक वीडियाे सोशल मीडिया पर वायरल किया था। वीडियो में महिला सिपाही ने बताया था कि तीन माह पहले उसकी तैनाती एंटी रोमियो टीम में की गई थी। उस दौरान उसको इंस्पेक्टर दुर्गेश कुमार मिश्र को वाॅटसएप पर रिपोर्ट भेजनी होती थी, लेकिन इंस्पेक्टर उसे वाॅटसएप पर अश्लील मैसेज भेजने के साथ ही फ्रेंडशिप करने का दबाव बनाने लगा। महिला सिपाही ने आरोप लगाया था कि इंस्पेक्टर उसे अपने कमरे पर चाय के लिए आने का दबाव बनाता था। इसी बीच कर्इ बार उसे बहाने से कमरे पर बुलाने की कोशिश भी की गई। इतना ही नहीं इंस्पेक्टर ने उसे अपनी निजी कार में बिठाने का भी कई बार प्रयास किया। जब उसने इंस्पेक्टर का नंबर ब्लाॅक कर दिया तो इंस्पेक्टर ने दबाव बनाते हुए नंबर अनब्लाॅक कर दिया, जिससे वह डरी हुई है। महिला सिपाही के इस वीडियो ने पुलिस विभाग में हड़कंप मचा दिया था, जिसके बाद एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने केस की जांच एसपी ग्रामीण हरेंद्र सिंह को सौंपी थी।
अब एसएसपी कार्यालय की ओर से बताया गया है कि प्रभारी निरीक्षक ककोड़ थाना दुर्गेश कुमार मिश्र के खिलाफ वीडियो एवं वाट्सएप की चैट वायरल होने के संबंध में एसपी ग्रामीण से जांच कराई गई है। प्रथम दृष्टया आरोप सही प्रतीत होते हैं। इसलिए मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी बुलंदशहर ने इंस्पेक्टर दुर्गेश कुमार मिश्र को तत्काल प्रभाव से पुलिस लाइन स्थानांतरित कर दिया है। इसके साथ ही मामले की विस्तृत जांच विशाखा समिति को सौंपी गई है।