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चलती कार में लगी अचानक भीषण आग, मां-बेटे जिंदा जले, देखें वीडियो- महिला प्रोफेसर को मिली तेजाब से झुलसाने की धमकी, वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें बुलंदशहर के जिला जज ओमप्रकाश अग्रवाल ने देश में लंबित मुकदमों को लेकर खासे गंभीर हैं। उनका कहना है कि इन मुकदमों को सुनने के लिए देश में पर्याप्त जज नहीं हैं। इसलिए इन्हें कोर्ट से बाहर ही निपटाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जरूरत महसूस की जा रही है। उन्होंने बताया कि इनमें बहुत से मुकदमे केवल अहम के कारण हैं। ऐसे विवादों को गांव-देहात में बैठकर वैकल्पिक समाधान के माध्यम से लोगों को समझा-बुझाकर खत्म कराया जा सकता है। लोगों को जब तक सरल भाषा में नहीं समझाएंगे वे इसकी गहराई नहीं समझ सकेंगे। यह भी पढ़ें
VIDEO: हाईवे पर खुलेआम जाम छलका रहे पुलिसकर्मियों का वीडियो वायरल, मिली ये सजा जिलाधिकारी के सामने खुद को लगा ली आग, वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें लोगों को दिला रहे हैं निःशुल्क न्याय बता दें कि जिला जज ओमप्रकाश अग्रवाल गरीब जनता को सस्ता और सुलभ न्याय दिलाने के प्रति सक्रिय हैं। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से कई ऐसे गरीब हैं, जो वकीलों की फीस और खर्चा उठाने में असमर्थ हैं। उन्होंने उन्हें सुलभ कानूनी सहायता निःशुल्क उपलब्ध कराई है। गांव गांव जाकर करा रहे समझौता अग्रवाल ने बताया कि गांव गांव जाकर ऐसे केसों पर फोकस किया जा रहा है, ताकि वादों को सुलह के आधार पर समाप्त किया जा सके। उन्होंने बताया कि दो से तीन महीने में लोक अदालत लगाकर लोगों के मुकदमों को खत्म कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर दोनों पक्ष तैयार होते हैं तो उनके लिए एक मध्यस्ता केन्द्र (एडीआर सेंटर) बनाया हुआ है, जिसमें लोगों की समस्याओं का समाधान कराया जाता है। उन्हें बताया जाता है कि आप अगर समझौते के लिए तैयार हो गए तो आपके कितने फायदे होंगे और राजी नहीं होंगे तो क्या क्या नुकसान हो सकते हैं।