दरअसल, यह मामला खुर्जा के एनआरईसी (NREC) डिग्री कॉलेज का है। यहां पढ़ने वाली मुस्लिम छात्राओं ने आरोप लगाया है कि जब वे अपने घर से कॉलेज के लिए निकलती हैं तो उसी कॉलोनी के कुछ मनचले उन पर घर से बुर्का पहनकर निकलने के लिए दबाव बनाते हैं। इतना ही नहीं उनका कॉलेज तक पीछा करते हुए छेड़छाड़ भी करते हैं। छात्राओं ने इसकी शिकायत खुर्जा पुलिस के साथ ही एसडीएम खुर्जा ईशा प्रिया से की है।
छात्राओं की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए खुर्जा की उपजिलाधिकारी ने विशेष वर्ग के लोगों की बैठक बुलाकर उन्हें चेतावनी दी है। एसडीएम ने कहा कि अगर लड़कियां पढ़ना चाहती हैं तो उन्हें किसी भी तरह से परेशान नहीं किया जाए। मामला एक ही समुदाय विशेष से जुड़ा है, इसलिए पुलिस प्रशासन ने छात्राओं की पहचान गोपनीय रखी है। उन्होंने समाज के जिम्मेदार लोगों को चेतावनी देते हुए कहा है कि पुलिस प्रशासन छात्राओं के साथ है। जो लड़कियां पढ़ना चाहती हैं उन्हें पढ़ने से रोका नहीं जाए और न ही उन पर बुर्का पहनने के लिए दबाव बनाया जाए। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि यदि भविष्य में मनचलों ने इस तरह की हरकत की तो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
बैठक के दौरान समाज के सभी जिम्मेदार लोगों ने पुलिस प्रशासन के साथ एसडीएम ईशा प्रिया को आश्वत करते हुए कहा कि वह पूर्णरूप से उनका सहयोग करेंगे। यदि फिर ऐसी कोई घटना होती है तो वह खुद उन मनचलों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर देंगे। खुर्जा के एक निजी स्कूल आयाजित इस बैठक में एसडीएम के अलावा खुर्जा कोतवाली प्रभारी जेके सिंह, स्कूल प्रबंधक मोहम्मद नईम खान समेत समाज के सभी गणमान्य लोग उपस्थित रहे।