यह पूरी घटना उत्तर प्रदेश के
बुलंदशहर की है। बुलंदशहर के थाना ककोड़ क्षेत्र के रहने वाले
अजय कुमार सैन्य कर्मी हैं। इन दिनों उनकी सीमा पर ड्यूटी है। जवान अजय कुमार की बेटी का शनिवार को जन्मदिन था। बेटी ने कई दिन पहले अपने पिता से छुट्टी पर आने के लिए कहा था और पिता ने भी वादा किया था कि वह छुट्टी लेकर बेटी के जन्मदिन पर आएंगे। इसी बीच किन्हीं कारणों से जवान को छुट्टी नहीं मिल सकी। पिता के घर नहीं पहुंच पाने की वजह से बच्ची मायूस हो गई। उधर रिश्तेदार भी कोरोना पीड़ित होने की वजह से बच्ची के पास नहीं आ सके। घर पर मां बेटी अकेली थी और शनिवार होने की वजह से केक भी नहीं मिल रहा था।
ऐसे में बच्ची मायूस हो गई। जब बात जब बच्ची के नाना कराे पता चली तो उन्हाेंने बुलंदशहर के एसपी देहात
सुरेंद्र कुमार को व्हाट्सएप किया और बताया कि उनकी नाती घर पर मायूस है। दामाद जो सेना में ड्यूटी पर हैं उन्हें छुट्टी नहीं मिल सकी है। बच्चे के नाना ने एसपी देहात को व्हाट्सएप पर यह भी बताया कि वह खुद
क्वॉरेंटाइन हैं और इस कारण बच्ची का जन्मदिन मनाने नहीं जा सकते। काेई ऐसा नजदीक में रिश्तेदार भी नहीं जाे बच्ची के लिए केक लेकर घर पर चला जाए और बच्ची का जन्मदिन मनाया जा सके। यह लिखते हुए बच्ची के नाती ने
एसपीदेहात काे लिखा कि कृप्या कुछ मदद करे ताकि उदास बच्ची का मन खुश हाे जाए।
इस पर एसपी देहात ने संबंधित थाना पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद इंस्पेक्टर सेना के जवान के घर केक लेकर पहुंचे और उनकी बेटी के साथ जन्मदिन मनाया। जब पुलिस घर पर केक लेकर पहुंची तो बच्ची का चेहरा खिल उठा। इसके बाद बच्ची ने अपने हाथों से केक काटा और पुलिसकर्मी वहीं पर मौजूद रहे। इस दौरान पुलिसकर्मी पूरे मन के साथ बच्ची की खुशियों में शामिल हुए। इन्हाेंने तालियां भी बजाई और हैप्पी बर्थ-डे टू-यू भी गाया।
बुलंदशहर पुलिस की यह कार्यप्रणाली अब
सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। लोग इसे एक अच्छी पहल बता रहे हैं। इस पूरे मामले में बुलंदशहर एसपी देहात का कहना है कि पुलिस जनहित के कार्यों के लिए सदैव तत्पर है। अगर पुलिस के एक प्रयास से मायूस बच्ची के चेहरे पर मुस्कान आ सकती है तो यह एक अच्छा कार्य है। सदैव पुलिस आगे भी इस तरह के कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती रहेगी।