संगठन के संस्थापक अरिहंत सिंह चरड़ास ने बताया कि पिछले 4 वर्षों में राजस्थान के दर्जनों गांवों में लोगों को विरासत संरक्षण के लिए जागरूक कर चुका। सैकड़ों जर्जर होती छतरियां, बावडिय़ां, लोक देवताओं के थानकों की सार सम्भाल करने में सफल हुआ। संगठन के विद्वानों ने 500 से अधिक शिलालेखों का नि:शुल्क पठन कर इतिहास संकलन के लिए अपनी भूमिका निभाई। स्थापना दिवस के मौके पर संगठन से जुड़े स्वयंसेवकों ने कोरोना गाइडलाइंस के अनुसार शहर की पहाड़ी पर स्थित सूरज छतरी पर भगवान सूर्य की पूजा-अर्चना की। गोविंद लखोटिया, प्रसून बाहेती, प्रतीक बाहेती, शैलेन्द्र चौधरी, रामप्रकाश चौहान, विष्णु कंवर, कीर्ति कंवर, क्षितिज माथुर आदि मौजूद थे।
उपभोक्ताओं को झटका दे रहा बिजली बिल
भण्डेड़ा. क्षेत्र के मरां जीएसएस से जुड़े मुण्डली गांव में घरेलू कनेक्शन के बिजली के बिल अधिक आ रहे हैं। जिससे गांव के उपभोक्ता परेशानी में है। जानकारी के अनुसार मुण्डली निवासी उपभोक्ता नेवालाल मीणा, मुकेश मीणा ने बताया कि 14 दिसम्बर 2021 को 81 यूनिट दर्शा कर 1016 रुपए का बिजली बिल थमा दिया गया। जबकि मीटर में 39 यूनिट निकल रहे थे। उपभोक्ताओं ने यह राशि बांसी जीएसएस पर पहुंचकर जमा करवा दी। जिसके बाद फिर 2 जनवरी को 105 यूनिट दर्शा कर 2680 रुपए का बिल निकाल दिया। जबकी मीटर में इस समय भी 42 यूनिट ही निकल रहे थे। उपभोक्ताओं का कहना था कि विद्युत विभाग का तकनीकी कर्मचारी मौके पर नहीं आते व घर बैठे ही अनुमानित बिल बना देते हैं। कनिष्ठ अभियंता राजेश नागर ने बताया कि इस तरह की समस्या जानकारी में नही है, उपभोक्ता की समस्या को
देखा जाएगा।