खकनार क्षेत्र के ग्राम बोरीखेड़ा निवासी 22 वर्षीय सुशीला पति मुन्नालाल सोमवार शाम 7:30 बजे पारिवारिक विवाद के चलते कुएं में कूद गई। बचाने के लिए बड़ा भाई बृजेश पिता बाबूराव 25 वर्षीय कुएं में कूदा। कुछ देर तक बाहर नहीं आने के बाद दूसरा भाई अजय 18 वर्षीय भी कुएं में छलांग लगा दी। छोटा भाई अजय बहन को लेकर पत्थर के सहारे किनारे पर रुके रहे। ग्रामीणों ने खटिया डालकर रस्सी के सहारे दोनों को बाहर निकाला। दोनों के घायल होने पर जिला अस्पताल पहुंचाया।
ग्रामीणों ने लंबे समय तक कुएं में बृजेंद्र की तलाश की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। घटना के अगले दिन नेपानगर और बुरहानपुर से गोताखोर बुलवाए गए। सुबह 11 बजे से एक घंटे तक शव की तलाश करते रहे। कुएं से बड़े भाई का शव मिला तो उसे खटिया के माध्यम से बाहर निकाला गया। दोपहर एक बजे शव को पोस्टमार्टम के लिए लाया गया। दोपहर 3 बजे पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया। शाम 5 बजे शव का गांव के मुक्तीधाम पर अंतिम संस्कार किया गया।
कुएं के अंदर बड़े पत्थर, आरक्षक भी घायल
ग्रामीणों ने कहा कि कुआं करीब 90 फीट गहरा है। अंदर चौड़ाई कम होने से बृजेश गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। लोगों ने कहा कि कुएं के चारों ओर बाउंड्रीवॉल भी नहीं है। ऐसे में सुशीला सीधे कुएं में कूद गई थी। कुएं में बड़े भाई का शव निकालते समय होमगार्ड जवान भी कुएं में गिरकर घायल हो गया। पुलिस ने बताया कि सैनिक जितेंद्र इमने कुएं के अंंदर से शव को बाहर निकालने का प्रयास कर रहा था। इस दौरान हाथ फिसलने से सैनिक भी कुएं में गिर गया। घायल होने के बाद सैनिक को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
दीपावली से पिता के घर पर थी सुशीला
सुशीला पति मुन्नालाल दीपावली के समय से ही पिता के घर पर रह रही थी। पति के साथ उसका विवाद चल रहा था। कुछ दिन पहले ही पति उसे लेने के लिए आया था। सोमवार को दिनभर हुई चर्चा के बाद पति बाहर चला गया और शाम को उसका परिजनों के साथ विवाद हो गया, जिससे नाराज होकर उसने कुएं में कूद कर जान देने का प्रयास किया। घटना के बाद से रहवासी परेशान हैं, उन्होंने कहा कि कुएं में चीख की आवाज सुनकर हम मौके पर पहुंचे तो पाया कि दोनों भाई और बहन कुए में गिर हुए थे, उन्हे बचाने के प्रयास किए, लेकिन दो को ही बाहर निकाल सके।