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तीन करोड़ हुई एपीवाई निवेशकों की संख्या
पीएफआरडीए के आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 में 79 लाख से अधिक नए सब्सक्राइबर एड हुए हैं। जिसके बाद इसकी कुल संख्या 3.02 करोड़ हो गई है। जिसमें से करीब 70 फीसदी अकाउंट्स पीएसयू बैंक्स और 19 फीसदी अकाउंट्स रिजनल रूरल बैंक्स में खोले गए हैं। खास बात तो ये है कि वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी छमाही में इस योजना से जुडऩे वाले सब्सक्राइबर की संख्या में 50 लाख से ज्यादा का इजाफा हुआ है। इस दौरान एपीवाई सब्सक्राइबर की संख्या ढाई से तीन करोड़ हो गई है।
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किस बैंक ने कितने अकाउंट हुए एड
इस योजना से 79.14 लाख नए सब्सक्राइबर जुड़े, जिसमें से 28 फीसदी यानी 22.07 लाख सब्सक्राइबर भारतीय स्टेट बैंक ने जोड़े। केनरा बैंक के पास 5.89 लाख और इंडियन बैंक ने 5.17 लाख नए सब्सक्राइबर को एड किया। वहीं बैंक ऑफ बड़ौदा, एयरटेल पेमेंट्स बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, आर्यवर्त बैंक और बड़ौदा यूपी बैंक आदि ने एक से पांच लाख नए एपीवाई खाते एड हुए हैं।