यह भी पढ़ेंः- Cryptocurrency के प्रतिबंध पर बनेगा कानून, निवेशकों को मिल सकता है 6 महीने का एग्जिट विंडो
9 महीने से लगातार कर रहा है सप्लाई
जानकारी के अनुसार सेल पहले ही जरूरत के अनुसार अगस्त, 2020 से 36,747 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति कर चुका है। देश में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की मांग में वृद्धि के साथ, सेल ने इस महीने की शुरुआत से ही प्रोडक्शन बढ़ाने पर जोर देना शुरू कर दिया था। बीते 6 दिनों की बात करें तो कंपनी ने अपने प्लांट्स से प्रति दिन औसतन 660 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई की हैै। अकेले 21 अप्रैल को कंपनी ने लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के 891 मिट्रिक टन की सप्लाई की हैै।
यह भी पढ़ेंः- हरियाणा के सीएम ने New Excise Policy को दी मंजूरी, शराब से कोविड सेस हटा
नाइट्रोजन और आर्गन का प्रोडक्शन कम किया
सेल ने लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के प्रोडक्शन को बढ़ावा देने के लिए अपने प्लांट्स में प्रक्रिया मापदंडों के अनुकूलन के अलावा गैसीय ऑक्सीजन, नाइट्रोजन और आर्गन का प्रोडक्शन कम किया है। सेल संयंत्रों से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए हर तरह से तैयार है। संयंत्रों को एलएमओ के उत्पादन को अधिकतम करने और ऑक्सीजन टैंकरों के टर्नअराउंड समय को कम करने पर जोर दे रहा है। भारतीय रेल और इस्पात मंत्रालय की मदद से सेल अपने बोकारो स्टील प्लांट से एक रैक लोड करने की योजना बनाई है। यह लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की बड़ी मात्रा में निकासी और निश्चित स्थान पर तेजी से पहुंचने में बहुत मदद करेगा।