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Sail ने Oxygen Production की उठाई जिम्मेदारी, अब तक 36,747 मीट्रिक टन की कर चुकी सप्लाई

Published: Apr 23, 2021 09:25:15 am

Submitted by:

Saurabh Sharma

सेल पहले ही जरूरत के अनुसार अगस्त, 2020 से 36,747 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति कर चुका है। बीते 6 दिनों की में कंपनी ने अपने प्लांट्स से प्रति दिन औसतन 660 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई की हैै। 21 अप्रैल को कंपनी ने लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के 891 मिट्रिक टन की सप्लाई की हैै।

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नई दिल्ली। देश में कोविड के कारण जिस तरह से अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी देखने को मिल रहा है उस सुप्रीम कोर्ट भी संज्ञान ले चुका है। टाटा, रिलायंस और देश की प्रमुख प्राइवेट कंपनियां भी आगे आई हैं। दूसरी ओर देश की सबसे बड़ी स्टील की सरकारी कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड ने भी ऑक्सीजन प्रोडक्शन की जिम्मेदारी ले ली है। वैसे सेल बीते 9 महीने से ऑक्सीजन की सप्लाई लगातार अस्पतालों को कर रहा हैै। आइए आपको भी बताते हैं कि सेल की ओर से किस तरह के आंकड़े सामने आए हैं और आने वाले दिनों में ऑकसीजन को लेकर क्या प्लानिंग है।

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9 महीने से लगातार कर रहा है सप्लाई
जानकारी के अनुसार सेल पहले ही जरूरत के अनुसार अगस्त, 2020 से 36,747 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति कर चुका है। देश में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की मांग में वृद्धि के साथ, सेल ने इस महीने की शुरुआत से ही प्रोडक्शन बढ़ाने पर जोर देना शुरू कर दिया था। बीते 6 दिनों की बात करें तो कंपनी ने अपने प्लांट्स से प्रति दिन औसतन 660 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई की हैै। अकेले 21 अप्रैल को कंपनी ने लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के 891 मिट्रिक टन की सप्लाई की हैै।

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नाइट्रोजन और आर्गन का प्रोडक्शन कम किया
सेल ने लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के प्रोडक्शन को बढ़ावा देने के लिए अपने प्लांट्स में प्रक्रिया मापदंडों के अनुकूलन के अलावा गैसीय ऑक्सीजन, नाइट्रोजन और आर्गन का प्रोडक्शन कम किया है। सेल संयंत्रों से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए हर तरह से तैयार है। संयंत्रों को एलएमओ के उत्पादन को अधिकतम करने और ऑक्सीजन टैंकरों के टर्नअराउंड समय को कम करने पर जोर दे रहा है। भारतीय रेल और इस्पात मंत्रालय की मदद से सेल अपने बोकारो स्टील प्लांट से एक रैक लोड करने की योजना बनाई है। यह लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की बड़ी मात्रा में निकासी और निश्चित स्थान पर तेजी से पहुंचने में बहुत मदद करेगा।

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