हेल्थ सेक्टर पर ध्यान देना होगा –
2021-2022 की दूसरी तिमाही से सामान्य स्थिति हो सकती है। हेल्थ और मेडिकल सेक्टर पर ध्यान देने की जरूरत है। भारत को इकनॉमी बूस्टर देने के लिए बदलाव चाहिए और बदलाव का वक्त अभी है। पिछले कुछ सालों से सरकारी खर्च पर निर्भरता बढ़ी है। प्राइवेट जगत को इसपर ध्यान देना होगा तभी विकास संभव है।
भारत पर ज्यादा भरोसा –
भारत में दुनियाभर की कंपनियों की रुचि है, उनका चीन की तुलना में भारत पर ज्यादा भरोसा है। उन्होंने कहा कि हमें वियतनाम जैसे छोटे देशों से भी मुकाबला करना होगा, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर और आगे बढ़ाना होगा।