दिन के वक्त देखें कार-
अगर कोई भी सेलर आपको रात में या शाम के समय कार दिखाए या दिखाने के लिए कहे तो कभी भी एक बार में डिसीजन न दें। आर्टीफीशियल लाइट में कार के छोटी-मोटी कमियां नजर नहीं आ पाती। इसलिए बेहतर है कि दिन के वक्त गाड़ी देखें ताकि आप सबकुछ ठीक से चेक कर सकें।
लॉंग ड्राइव करके देखें-
जरा सी दूरी की टेस्ट ड्राइव से आप गाड़ी की सच्चाई नहीं पता कर सकते। इसलिए अगर सच में आप गाड़ी खरीदने का मूड बना रहे हैं तो गाड़ी को किसी लंबी दूरी तक ड्राइव करके ले जाएं। इससे आपको गाड़ी की परफार्मेंस का बेहतर आईडिया मिल जाएगा।
VIN और सर्विस रिकॉर्ड-
हर गाड़ी का अपना vin यानि vehicle identification number होता है। जिससे आप गाड़ी के बारे में बहुत कुछ जैसे गाड़ी किस साल मैनुफैक्चर हुई है, सर्विस रिकॉर्ड के बारे में पता कर सकते हैं।अक्सर गाड़ी के एक्सीडेंट्स के बारे में लोग झूठ बोलते हैं लेकिन इस नंबर की हेल्प से आप ऐसी कई बातें जान सकते हैं।