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369 कारों का मालिक है साउथ का ये हीरो, इसका कार कलेक्शन देख मुकेश अंबानी के भी छूट जाते हैं पसीने टेस्ला ने कार के सॉफ्टवेयर को अपडेट करने के लिए टॉप सिक्योरिटी इंजीनियर्स को हायर किया था, मगर इसमें भी हैकर्स को कामयाबी मिल गई है। टेस्ला फिलहाल एक नई टीम तैयार कर रही है जो कि हैकिंग से बचने के लिए काम करेगी। इस टीम ने ये भी बताया कि टेस्ला की चाबी की क्लोन बड़ी आसानी से बनाया जा सकता है।
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अक्षय कुमार के पास हैं ऐसी खास कारें, जिन्हें खरीदना सलमान खान के लिए भी है नामुमकिन KU Leuven university की टीम जो कि रिसर्च कर रही है, उसने लग्जरी कारों की जानकारी दी है। टीम के अनुसार, टेस्ला कार में जो रेडियो और कम्प्यूटरीकृत सिस्टम लगाया जाता है उसकी मदद से इन कारों को चुराया जा सकता है। हैकर्स सिर्फ 2 सेकेंड से भी कम समय में इस कार की चाबी का क्लोन बना लेते हैं।
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Audi को भी धूल चटा रही है भारत की ये सबसे सस्ती Sedan, 1 लीटर में देती है 28.09 किमी का माइलेज टेस्ला ने दो हफ्ते पहले मॉडल एस कार में एक पिन कोड को डैशबोर्ड में दिया था जो कि कार चालक को स्टार्ट होने से पहले मालूम होना चाहिए। इस पिन कोड को बिना डाले कार को स्टार्ट ही नहीं किया जा सकता है। टेस्ला के अनुसार, ऐसी चोरियों की वजह से कार की ब्रिकी में भी कमी आ रही है। अब टेस्ला इन चोरियों से बचने के लिए काम कर रही है ताकि कारों की बिक्री पहले की तरह बढ़ जाए।