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एडमिशन अलर्ट : एनआईसीएमएआर से करें पीजी

एनआईसीएमएआर, पुणे, हैदराबाद, गोवा और दिल्ली कैंपस ने 2 वर्षीय पोस्ट गे्रजुएशन प्रोग्राम के लिए आवेदन मांगे हैं।

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Jameel Ahmed Khan

Oct 16, 2017

NICMAR

NICMAR

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट एंड रिसर्च (एनआईसीएमएआर), पुणे, हैदराबाद, गोवा और दिल्ली कैंपस ने 2 वर्षीय पोस्ट गे्रजुएशन प्रोग्राम के लिए आवेदन मांगे हैं। दो वर्षीय पोस्ट गे्रजुएशन प्रोग्राम (पीजीपी) एडवांस कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट/प्रोजेक्ट इंजीनियङ्क्षरग एंड मैनेजमेंट/इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस, डवलपमेंट एंड मैनेजमेंट विषय में कर सकते हैं। वहीं एक वर्षीय पोस्ट गे्रजुएशन प्रोग्राम (पीजीपी) मैनेजमेंट ऑफ फैमिली ऑन कंस्ट्रक्शन बिजनेस/कंटेंप्रेरी स्मार्ट सिटी डवलपमेंट एंड मैनेजमेंट/ क्वांटिटी सर्वेइंग एंड कॉन्ट्रैक्ट मैनेजमेंट/हैल्थ सेफ्टी एंड एनवायर्नमेंट मैनेजमेंट में कर सकते हैं। अप्लाई करने के लिए एनआईसीएमएआर की वेबसाइट से ऑनलाइन आवेदन करें।

आवेदन की अंतिम तिथि : 27 दिसंबर, 2017
योग्यता : दो वर्षीय पीजीपी के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से न्यूनतम 50 फीसदी अंकों में किसी भी डिसिप्लीन में इंजीनियरिंग/ आर्किटेक्चर/ प्लानिंग में बैचलर डिग्री होनी चाहिए। एक वर्षीय पीजीपी के लिए विषय के अनुसार निर्धारित योग्यता के लिए नोटिफिकेशन देखें।

प्रवेश : एनआईसीएमएआर कॉमन एडमिशन टैस्ट या कैट/ गेट/जीमैट/सीमैट के जनवरी २०१६ के बाद के स्कोर के माध्यम से प्रवेश दिया जाएगा।


अधिक जानकारी के लिए देखें: http://www.nicmar.ac.in/journal.php?Pid=7&Cid=88&Mid=33&Sid=91&S=0

आठवीं कक्षा के बच्चों पर इस तरह नजर रखेंगे शिक्षक
नई दिल्ली। केन्द्रीय विद्यालय के स्कूलों में पढऩे वाले छात्रों की शैक्षिक गतिविधियों पर नजर रखने व योग्यता का मूल्यांकन करने के लिए बहुत जल्द केन्द्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) एक पायलट प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने वाला है। इसके तहत आठवीं के छात्रों की गतिविधियों पर टैबलेट के जरिए नजर रखने का निर्णय लिया गया है। शुरुआती दौर में इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट सफल होने पर इस योजना को देशभर में फैले केवीएस के सभी कक्षाओं के छात्रों की गतिविधियों पर रखा जाएगा। इस प्रोजेक्ट का लक्ष्य छात्रों की अकादमिक गतिविधियों से जोड़कर रखना है।

गणित और विज्ञान विषय इसके केन्द्र में होंगे। यह कदम छात्रों की शिक्षा में रुचि बनाए रखने के मकसद से उठाया गया है। इसके जरिए रीडिंग मैटीरिएल, असाइनमेंट का ऑनलाइन मूल्यांकन किया जाएगा। पहले चरण में इसे केवीएस के सभी 25 जोनों के एक-एक स्कूलों के आठवीं कक्षा के छात्रों को शामिल करने की योजना है। इसके लिए 5,000 टैबलेट देश भर के छात्रों को मुहैया कराए जाएंगे। एमएचआरडी मंत्रालय द्वारा टैबलेट सभी छात्रों को मुफ्त में मुहैया कराने की योजना है। इस टैबलेट का उपयोग उन्हें 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई के लिए करना होगा। 12वीं पास करने के बाद टैबलेट उन्हीं के पास रहेगा। यह टैबलेट मल्टी डिवाइस मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर से लैस है।