अगर आप गलत ट्रेन में बैठ गए हैं, तो सही गंतव्य तक नहीं पहुंच सकते। इसी तरह आप खुद अपने कॅरियर के मालिक हैं, आपकी कंपनी नहीं। एम्प्लॉई सोचता है कि कंपनी उसे इच्छित गंतव्य तक लेकर जाएगी, सच्चाई यह है कि आप खुद ही मंजिल का रास्ता बनाते हैं और उस पर चलते हैं। कॅरियर की दिशा खुद के निर्णयों से प्रभावित होती है, न कि कंपनी के निर्णयों से।