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विदेश में पढ़ना चाहते हैं, तो जानिये कैसे मिलेगा एडमिशन, क्या है टेस्ट स्कोर

आप भी विदेश में पढ़ना चाहते हैं, तो एजुुकेशन लोन और स्कॉलरशिप की व्यवस्था के साथ ही विदेशी यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए जीआरई, जीमैट, एसएटी और अंतरराष्ट्रीय अंग्रेजी भाषा परीक्षण प्रणाली आदि पास करना जरूरी है.

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Subodh Kumar Tripathi

Jun 09, 2023

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आप भी विदेश में रहकर पढ़ना चाहते हैं, तो आपको कुछ बातों पर विशेष ध्यान देना होगा, तभी आपको विदेश में एडमिशन मिल सकता है और आप अच्छे से पढ़ाई कर सकते हैं, चूंकि विदेश में पढ़ने का सपना हर किसी स्टूडेंट्स का होता है, अगर आप भी विदेश में पढ़ना चाहते हैं, तो एजुुकेशन लोन और स्कॉलरशिप की व्यवस्था के साथ ही विदेशी यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए जीआरई, जीमैट, एसएटी और अंतरराष्ट्रीय अंग्रेजी भाषा परीक्षण प्रणाली आदि पास करना जरूरी है, चूंकि विदेश के कॉलेज में अंग्रेजी मेंं टीचिंग होती है, इसलिए अपनी भाषा दक्षता को प्रदर्शित करने के लिए आइईएलटीएस या टीओईएफएल पास करना जरूरी है, विदेशी यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेने के लिए आपको जीआरई, जीमैट, एसटी, आइईएलटीएस और टीओईएफएल परीक्षा के बारे में अच्छे से जानना होगा।

आइईएलटीएस

आइईएलटीएस की फुल फॉर्म इंटरनेशनल इंग्लिश लैंग्वेज टेस्टिंग सिस्टम है। इस परीक्षा के जरिए उम्मीदवार की अंग्रेजी भाषा पर पकड़ को परखा जाता है। इसे पास करने के लिए इंग्लिश में लिखना, बोलना, पढ़ना और सुनना, सब बहुत परफेक्ट तरीके से आना चाहिए। ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड और यूके जैसे कई देश आइईएलटीएस टेस्ट स्कोर को ही मान्यता देते हैं। इस एग्जाम देने के लिए ielts.org पर रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है। आप एग्जाम को ऑनलाइन और ऑफलाइन किसी भी मोड में दे सकते हैं। यदि आपने परीक्षा में सात या उससे ज्यादा स्कोर प्राप्त किया है तो दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज में प्रवेश पा सकते हैं। आइईएलटीएस का स्कोर दो साल तक मान्य होता है।

टीओईएफएल


टोफल (टेस्ट ऑफ इंग्लिश फॉरेन लैंग्वेज) स्कोर अमरीका और यूके, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, जर्मनी और फ्रांस जैसे देशों के शैक्षणिक संस्थानों में व्यापक रूप से स्वीकार किया जाता है। यह टेस्ट दो फॉर्मेट में लिया जाता है। इंटरनेट बेस्ड टेस्ट जिसे टोफल आईबीटी फॉर्मेट कहते हैं और दूसरा पेपर बेस्ड टेस्ट, जिसे टोफल पीबीटी फॉर्मेट कहा जाता है। आप दोनों में से कोई भी फॉर्मेट चुन सकते हैं। इसके लिए स्कोरिंग 120 में से की जाती है। यह स्कोर भी दो साल के लिए मान्य होता है।

एसएटी

यदि आप अमरीका और कनाडा की यूनिवर्सिटी से अंडरग्रेजुऐट कोर्स करना चाहते हैं तो एसएटी यानी स्कोलास्टिक एप्टीट्यूड टेस्ट दे सकते हैं। यूके की यूनिवर्सिटी में प्रवेश के लिए एसएटी की शर्त नहीं है लेकिन कई शीर्ष यूनिवर्सिटी एसएटी स्कोर को प्राथमिकता देते हैं। इस टेस्ट की स्कोरिंग 1600 में से की जाती है, जिसमें औसत स्कोर 1100 है। दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज में प्रवेश के लिए 1450 या उससे अधिक के स्कोर को उपयुक्त माना जाता है। एसएटी स्कोर पांच साल के लिए मान्य होता है।

जीआरई


यह स्टैंडर्डाइज्ड परीक्षा एजुकेशन टेस्टिंग सर्विस की ओर से ली जाती है। जो स्टूडेंट्स दुनिया भर में कहीं से भी एमएस, एमबीए या पीएचडी करना चाहते हैं, उन्हें सबसे पहले यही परीक्षा पास करनी होती है। इसमें भाषा और गणितीय कौशल का आकलन होता है। दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए एनालिटिकल राइटिंग सेक्शन में 4.0 स्कोर के साथ 320 प्लस न्यूनतमस्कोर जरूरी है। जीआरई स्कोर पांच साल के लिए वैध होता है।

जीमैट


जी मैट यानी ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट एक बिजनेस स्कूल प्रवेश परीक्षा है, जिसे कई देशों में मान्यता प्राप्त है। इसका आयोजन ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन काउंसिल की ओर से किया जाता है। यह परीक्षा 800 अंकों की होती है और अच्छा बिजनेस स्कूल पाने के लिए आपको 720 अंक से ज्यादा का स्कोर करना होता है। जीमैट में खासकर एनालिटिकल एबिलिटी को परखा जाता है। यह स्कोर भी पांच साल के लिए वैध होता है।

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