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आपदा प्रबंधन के फील्ड में बना सकते हैं सफल कॅरियर

अगर आप आपदा प्रबंधन से जुड़े कार्यों में रुचि लेते हैं तो आप आपदा प्रबंधन के फील्ड में सफल कॅरियर बना सकते हैं।

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Jameel Ahmed Khan

Oct 01, 2017

Disaster Management

Disaster Management

बारिश और सूखे जैसी आपदा से भारत में हर साल लाखों लोग प्रभावित होते हैं। लाखों लोग बारिश और बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं। जान व माल का भारी नुकसान होता है। इस मुश्किल घड़ी में आपदा प्रबंधन की टीम बाढ़ पीडि़तों की काफी मदद करती है।


आपदा प्रबंधन की कार्य प्रणाली
आपदा कहीं भी और कभी भी आ सकती है। अभी आपदा प्रबंधन के लिए देश में दो विंग काम कर रही हैं- एनडीएमए (नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथोरिटी) और डायरेक्टर जनरल सिविल डिफेंस (डीजीसीडी)। एनडीएमए नियम और कानून बनाती है। इसके जिम्मे डिजास्टर से संबंधित कई विभागों का काम होता है। वहीं डीजीसीडी के अंतर्गत हर शहर और इलाके में टीमें होती हैं। यह छोटे-छोटे विंग में काम करती है।

योग्यता
डिजास्टर मैनेजमेंट से संबंधित कई तरह के कोर्स मौजूद हैं। कोर्स के स्वरूप के अनुसार अंडरग्रेजुएट और सर्टिफिकेट कोर्स के लिए छात्र के पास कम 12वीं की डिग्री होनी चाहिए, लेकिन 12वीं की परीक्षा कम से कम 50 प्रतिशत अंकों के साथ पास की हो। मास्टर्स और एमबीए जैसे कोर्स के लिए स्नातक होना आवश्यक है।

आमदनी का जरिया
सरकारी और गैर सरकारी संस्थान अलग-अलग सैलेरी पैकेज निर्धारित करते हैं और उन्हें समय-समय पर प्रमोशन भी मिलता है। वायु सेना, एनडीएमए, आईटीबीपी के अलावा कई छोटी-बड़ी नोडल एजेंसियां काम करती हैं।

आपदा के प्रकार
डिजास्टर यानी आपदा प्राकृतिक भी हो सकती है और मनुष्य के द्वारा की गई गलतियों की वजह से भी। सुनामी, भूकंप, बाढ़, चक्रवात, भूस्खलन, ओलावृष्टि, जंगल में लगी आग तो प्राकृतिक आपदाओं की श्रेणी में आता है, वहीं आग लगने, बस या ट्रेन का दुर्घटनाग्रस्त हो जाना, बिल्डिंग का गिर जाना आदि मानव जनित आपदाओं की श्रेणी में आता है।

कोर्स और पाठ्यक्रम
इससे संबंधित कुछ प्रमुख कोर्स हैं- सर्टिफिकेट कोर्स इन डिजास्टर मैनेजमेंट, सर्टिफिकेट कोर्स इन फायर टेक्नोलॉजी एंड इंडस्ट्रीयल सेफ्टी मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन डिजास्टर मैनेजमेंट, एमए इन डिजास्टर मैनेजमेंट, एमबीए इन डिजास्टर मैनेजमेंट, पीजी डिप्लोमा इन डिजास्टर मैनेजमेंट।

संभावनाएं कहां तलाशें
डिजास्टर मैनेजमेंट का कोर्स करने के बाद ज्यादातर जॉब्स पब्लिक सेक्टर में मिलती हैं जैसे सरकारी विभागों के फायर डिपार्टमेंट, सूखा प्रबंधन विभाग आदि में प्रोफेशनल्स की भर्ती की जाती है। देश से बाहर विदेशों में छात्र अपना कॅरियर इमरजेंसी सर्विस, लोकल अथोरिटी, राहत एजेंसी, एनजीओ, यूएनओ, वल्र्ड बैंक, रेड क्रॉस सोसाइटी, यूनेस्को जैसी इंटरनेशनल एजेंसी में बना सकते हैं। रिस्क मैनेजमेंट, डॉक्यूमेंटेशन, स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट आदि क्षेत्रों में भी जॉब की संभावनाएं रहती हैं।

प्रमुख संस्थान
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट, नई दिल्ली www.nidm.net


गंगा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, झज्जर, हरियाणा www.gangainstitute.com


राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा महाविद्यालय, नागपुर www.nfscnagpur.nic.in


इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट एंड फायर सेफ्टी, मोहाली, पंजाब www.idmfs.com


डिजास्टर मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट, भोपाल, मध्यप्रदेश www.dmibhopal.nic.in