तालाब को संवारने बहाया पसीना
श्रमदान के लिए तय समय सुबह 7 बजे से पहले ही लोग तालाब पहुंचने लगे। पत्रिका के अमृतं-जलम् महाभियान के अवसर पर जहां श्रमवीरों ने श्रमदान कर जलाशय की साफ-सफाई कर उसका स्वरुप निखारा वहीं जल संरक्षण की शपथ भी ली। साथ ही युवा पीढ़ी को पानी का महत्व भी समझाया गया। उसके बाद तालाब को संवारने के लिए श्रमदान शुरु हुआ। तालाब की सफाई में हाथ बंटाने पहुंचे समाजसेवी रिकूं मिश्रा ने कहा कि अमृतं जलम अभियान चलाकर पत्रिका ने जलस्त्रोतों के संरक्षण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया है। यह अभियान जनजागरूकता के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
जलसंरक्षण की ली शपथ
तालाब सफाई के दौरान लोगों को जल है तो कल है, का संदेश दिया गया। लोगों को पानी बचाने, पानी का सही उपयोग, अपशिष्ट जल प्रबंधन के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरुक किया गया और उन्हें बताया गया कि जल संचय को अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाना चाहिए। इस अवसर पर श्रमदान करने वाले युवाओं, जनप्रतिनिधियों व समाजसेवियों ने जलसरंक्षण की शपथ भी ली।
ये रहे मौजूद
पत्रिका के अमृतम जलम् अभियान के तहत सत्तन तलैया की सफाई में श्रमदान करने के लिए आदित्य त्रिपाठी, शुभम पटेरिया, रिंकू मिश्रा, सत्यम शर्मा, सुनील रिछारिया, आशीष सौनकिया, मनीष पांडे, प्रकाश बाल्मीकि,प्रशांत तिवारी, यशपाल सिंह सेंगर, हरिओम द्विेदी,आशीष सिंह मौजूद रहे। श्रमदान में नगर परिषद की महिला सफाई कर्मियों ने भी बढ़ चढक़र हिस्सा लिया। सभी श्रमदानियों ने नगर के तालाब की तस्वीर व तकदीर बदलने के संकल्प को दोहराया। उन्होंने श्रमदान के जरिए नगरवासियों को भी जल संरक्षण के लिए प्रोत्साहित किया।