scriptकोविड से सुरक्षा: जिला जेल के कैदियों को भी लगाया गया कोविड टीका | Protection from covid: vaccine was also given to the inmates of jail | Patrika News
छतरपुर

कोविड से सुरक्षा: जिला जेल के कैदियों को भी लगाया गया कोविड टीका

292 की क्षमता में 39२ कैंदी, इसलिए वैक्सीन का तैयार कर रहे सुरक्षा चक्रइधर, दो लाख से ऊपर हुए सेंकड डोज, 12.38 लाख हुए कुल डोज

छतरपुरSep 23, 2021 / 05:51 pm

Dharmendra Singh

12.38 लाख हुए कुल डोज

12.38 लाख हुए कुल डोज

छतरपुर। जिले की पूरी आबादी को कोविड सुरक्षा चक्र में शामिल किया जा रहा है। अब केवल 70 हजार लोगों को ही वैक्सीन लगाया जाना शेष है, रोजाना 8 से 10 हजार डोज लगाने के साथ ही 27 सिंतबर तक सभी को टीकाकृत कर लिया जाएगा। वहीं, अब जेल के कैदियों को भी सुरक्षा चक्र में शामिल किया जा रहा है। 292 कैदियों की क्षमता वाली जिला जेल में 392 कैदी बंद हैं। इस वजह से संक्रमण से सुरक्षा के लिए सभी कैदियों को टीका लगाने की कवायद शुरु हो गई है।
२ लाख हुए जिले में सेंकड डोज
जिले में कोविड वैक्सीन के कुल 12.38 लाख डोज लगाए गए हैं। जिसमें से 10.31 लाख ने पहला डोज और 2 लाख ने दूसरा डोज लगवाया है। जिले की कुल 11 लाख आबादी को वैक्सीन लगाई जाना है। ऐसे में पहला डोज लगवाने से वंचित 70 हजार लोगों को अभी वैक्सीन लगाई जाना बाकी है। इसके लिए रोजान 170 से 190 सेंटरों पर वैक्सीन लगाई जा रही है, जहां रोजाना 8 से 10 हजार लोगों को टीका लग रहा है। इस तरह से 27 सिंतबर तक सभी को पहला डोज लग जाएगा। वहीं, अक्टूबर से सेकंड डोज के ग्राफ में तेजी आएगी।
कैदियों के लिए लगाया गया वैक्सीनेशन शिविर
जिला जेल में बंद कैदियों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने यहां वैक्सीनेशन शिविर का आयोजन किया। शिविर के दौरान 25 से ज्यादा कैदियों को दूसरा डोज जबकि नए आए कैदियों को पहला डोज लगवाया गया। जेलर रामशिरोमणि पाण्डेय ने बताया कि जेल में कोरोना महामारी के दौरान एहतियात के तौर पर विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। किसी भी विचाराधीन कैदी को जेल लाने से पहले उसका अस्पताल में मेडिकल कराया जाता है। यहां रिपोर्ट निगेटिव आने पर उसे जेल में रखा जाता है अथवा अस्पताल में ही भर्ती करा दिया जाता है। उन्होंने बताया कि फिलहाल जेल में कोई भी ऐसा कैदी नहीं है जिसका वैक्सीनेशन नहीं किया गया हो।
ओवरलोड है जेल, स्टाफ कम
जेल सूत्रों के मुताबिक छतरपुर की जेल में फिलहाल 380 पुरूष और 12 महिला कैदियों सहित एक महिला कैदी का छोटा बच्चा बंद है। जिले में प्रधान जेल के अलावा बिजावर, नौगांव और लवकुशनगर में तीन उपजेल भी हैं। जेल में मुख्य प्रहरी के लिए 6 लोगों की पदस्थापना की गई है लेकिन वर्तमान में यहां सिर्फ दो मुख्य प्रहरी ही पदस्थ हैं। इसी तरह 42 प्रहरियों के मुकाबले 38 प्रहरियों की पदस्थापना की गई है। जेल अधीक्षक की कमान दो साल से जेलर रामशिरोमणि पाण्डेय के हाथों में है। जेल में कैदियों की बढ़ती संख्या के कारण यहां सुरक्षा के बंदोबस्त भी बढ़ाए गए हैं। पूरा जेल अब सीसीटीव्ही कैमरों से लैस है। तीन स्तर की सुरक्षा व्यवस्था जेल के चारों तरफ की गई है फिर भी कैदियों की बढ़ती संख्या नए जेल भवन की मांग कर रही है।
इनका कहना है
वर्तमान में जेल में क्षमता से 100 अधिक कैदी मौजूूद हैं। सभी की सुरक्षा के लिए वैक्सीन लगवाई गई है। वहीं नए कैदी की जांच रिपोर्ट के बाद ही उन्हें जेल में रखा जा रहा है।
रामशिरोमणि पाण्डेय, जेलर, छतरपुर
फैक्ट फाइल
कुल डोज- 1238855
प्रथम डोज- 1031560
दूसरा डोज-207295
18 प्लस – 746802
45 प्लस- 300532
60 प्लस- 191521

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो