इलाज के बिल का 20 प्रतिशत परासिया के वार्ड क्रमांक-10 निवासी रिंकू रितेश चौरसिया ने गुरुवार को अपने सहयोगियों के साथ एसपी कार्यालय पहुंचकर आवेदन सौंपा, जिसमें लिखा है कि वह जागते रहो ग्रुप और खून का रिश्ता ग्रुप के माध्यम से मानव सेवा करते हैं। ग्रुप के माध्यम से एक एम्बुलेंस सेवा भी शुरू की है। नागपुर के एक निजी अस्पताल में पदस्थ महिला कर्मचारी ने पिछले दिनों रिंकू को फोन पर चर्चा कर कहा कि उनके निजी अस्पताल में मरीज पहुंचाते हैं तो कमीशन दिया जाएगा। एक मरीज को भेजने पर 10 हजार रुपए एवं इलाज के बिल का 20 प्रतिशत दिया जाएगा। रिंकू ने इसका विरोध करते हुए पूरे मामले का खुलासा किया था। नागपुर के निजी अस्पताल की पोल खुलने के बाद प्रबंधन सहित अन्य कर्मचारी उसे दबाने के प्रयास में जुटे। रिंकू को 20 लाख रुपए में मामला दबाने के लिए कहा जब उन्होंने इनकार कर दिया तो जान से मारने की धमकी दी गई। इसी मामले को लेकर उन्होंने एसपी मनोज कुमार राय को आवेदन सौंपकर जांच और उचित कार्रवाई के लिए मांग की है।