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छिंदवाड़ा

गेहूं के पंजीयन का काम खत्म, 25 से होगी खरीदी

पिछले साल की तरह 98 सहकारी सेवा समितियों में केंद्र बनाएं हैं

छिंदवाड़ाMar 15, 2019 / 11:21 am

prabha shankar

Finishing the registration of wheat

Finishing the registration of wheat

छिंदवाड़ा. समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए पंजीयन की तारीख गुरुवार को खत्म हो गई। इसी महीने की 25 तारीख से जिले में सहकारी संस्थाओं और मंडी परिसरों में गेहूं की खरीदी शुरू हो जाएगी। इस बार 56 हजार किसानों ने गेहूं बेचने के लिए पंजीयन कराया है। जिला प्रशासन ने इस बार फिलहाल गेहूं खरीदने पिछले साल की तरह 98 सहकारी सेवा समितियों में केंद्र बनाएं हैं।
पिछले वर्ष 2018 में समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए आधे किसान ही केंद्रों में पहुंचे थे। पिछले साल 54 हजार किसानों ने पंजीयन कराया था और उसमें से 24 हजार 200 किसानों ने ही अपना गेहूं केंद्रों में जाकर बेचा था। इस बार पंजीयन कुछ ज्यादा हुए हैं। इस बार देखना होगा कि कितने किसान केंद्रों तक पहुंचते हैं।
पिछले साल समर्थन मूल्य पर जिले में 15 लाख 90 हजार क्विंटल गेहूं सरकार के गोदाम में आया था। जिले में इस वर्ष बारिश कम होने के कारण खरीफ की फसलों का रकबा गिरा है इसमें गेहूं प्रमुख है। पिछले वर्ष जिले में एक लाख 40 हजार हैक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में किसानों ने गेहूं बोया था, लेकिन इस बार यह रकबा घटकर 1 लाख 21 हजार हैक्टेयर तक सिमट कर रह गया है। कुछ क्षेत्र तो ऐसे हैं जहां किसानों ने खेत खाली छोड़ दिए हैं। गेहूं को पानी ज्यादा लगता है ऐसे में जो किसान प्राकृतिक बारिश पर ही केंद्रित हैं उन्होंने इस बार गेहूं की खेती न करना उचित समझा है।

उत्पादन पर भी दिखेगा असर
कम क्षेत्र के कारण गेहूं के उत्पादन पर भी असर दिख सकता है। हालांकि विभागीय अधिकारी उत्पादन का आंकड़ा रकबे के हिसाब से तय करने को गलत बताते हैं, लेकिन क्षेत्र कम होने और उपर से प्राकृतिक आपदाओं से गेहूं की फसल प्रभावित होने के कारण उत्पादन में कमी आ सकती है। विभाग अभी विकासखंडों से फसल कटाई प्रयोग के आंकड़े जुटा कर रहा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार जिले में 48 से 50 लाख क्विंटल गेहूं के उत्पादन की
सम्भावना है।

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