उत्पादन पर भी दिखेगा असर
कम क्षेत्र के कारण गेहूं के उत्पादन पर भी असर दिख सकता है। हालांकि विभागीय अधिकारी उत्पादन का आंकड़ा रकबे के हिसाब से तय करने को गलत बताते हैं, लेकिन क्षेत्र कम होने और उपर से प्राकृतिक आपदाओं से गेहूं की फसल प्रभावित होने के कारण उत्पादन में कमी आ सकती है। विभाग अभी विकासखंडों से फसल कटाई प्रयोग के आंकड़े जुटा कर रहा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार जिले में 48 से 50 लाख क्विंटल गेहूं के उत्पादन की
सम्भावना है।